ग्वालियर। कृषि कानून के विरोध में ग्वालियर दुर्ग स्थित दाताबंदी छोड़ गुरुद्वारा प्रमुख और कार सेवा खडूर साहब के बाबा सेवा सिंह ने अपना पद्मश्री अवार्ड राष्ट्रपति को वापस लौटा दिया है। बाबा सेवा सिंह को राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने 2010 में सामाजिक कार्यकर्ता और पर्यावरणविद के रूप में कार्य करने पर पद्मश्री के अवार्ड से नवाजा था। बाबा सेवा सिंह ने पद्मश्री अवार्ड वापस लौटाते हुए कहा है कि इस काले कानून के विरोध में इतने किसान जुटने पर बैठे हुए हैं। जिस जनता की भलाई के लिए मुझे ये अवार्ड दिया गया है अगर वही खुश नहीं है तो फिर ये अवार्ड मेरे किस काम का है। उन्होंने राष्ट्रपति से अपील की है कि इस मुद्दे पर ध्यान दें और किसानों के इस काले कानून बिल को वापस लिया जाए।
देश भर में लगाए गए साढ़े पांच लाख से अधिक पेड़
बाबा सेवा सिंह की ओर से देश भर में पेड़ लगाए जाने का काम अनवरत जारी है। वे अब तक देश के पंजाब, मध्यप्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, राजस्थान, महाराष्ट्र, दुबई में साढ़े पांच लाख से अधिक पेड़ लगा चुके हैं। उनके लगाए पेड़ों की खासियत यह होती है कि ये सभी पेड़ छोटे ना होकर बड़े-बड़े होते हैं। इसके साथ ही उनका 550 एकड़ बाग लगाने जाने का लक्ष्य है, जिसमें अभी तक बाबा सेवा सिंह 250 एकड़ बाग लगा चुके हैं। बाबा सेवा सिंह की ओर से चार स्कूल मप्र में, दो स्कूल पंजाब में, एक डिग्री कॉलेज, एक बीएड कॉलेज सहित प्रोफेशनल कोर्सेज कॉलेज भी पंजाब में चलाए जा रहे हैं।