पटना : पिछले दो दिनों से रुक-रुककर हो रही बारिश से बिहार की कई नदियां उफान पर हैं। उनके जलस्तर में वृद्धि दर्ज की जा रही है।
वहीं आकाशीय बिजली की चपेट में आने से आठ लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में बांका के पांच, जमुई के दो व भागलपुर के एक व्यक्ति शामिल है।

इन जिलों में सुबह से ही आधे दिन तक बारिश होती रही। जबकि पूर्वी चंपारण के हरसिद्धि में स्नान के दौरान डूबने से तीन किशोरों की जान चली गई।

पश्चिम चंपारण में गंडक और बरसाती नदियां एक बार फिर कहर बरपा रही हैं। अलग-अलग प्रखंडों में करीब 100 गांव पहाड़ी नदियों की चपेट में आ गए हैं। पूर्वी चंपारण में पंडई, सिकरहना, लालबकेया का कहर जारी है।
कई इलाकों में फिर पानी भरने लगा है। शिवहर में बागमती के जलस्तर में उफान आ गया है। पिपराही प्रखंड के बेलवा घाट में डैम सुरक्षा तटबंध में रिसाव होने लगा है।
जल संसाधन विभाग की टीम मजदूरों की मदद से रिसाव को ठीक करने में लगी है। मधुबनी में धौंस, यमुनी, रातो, कोसी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है।
कमला खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। दरभंगा के गांवों में कोसी और कमला नदी से कटाव हो रहा है। वहीं मुजफ्फरपुर में गंडक, बूढ़ी गंडक और बागमती का प्रकोप जारी है।
गायघाट, औराई, कटरा में बागमती का पानी फैल रहा, जबकि बूढ़ी गंडक के जलस्तर में आंशिक वृद्धि होने से शहर के निचले इलाकों में पानी का दबाव बढ़ गया है। समस्तीपुर-दरभंगा लाइन पर गंडक का दबाव है, हालांकि ट्रेनों का परिचालन सामान्य है।