भांडेर विधान सभा उपचुनाव के प्रतिष्ठापूर्ण मुकाबला इतना दिलचस्प रहा कि प्रदेश भर की निगाहें इस पर टिक गई। अंतत: डाक मतपत्रों की रिकाउंटिंग के बाद भाजपा प्रत्याशी रक्षा सिरोनिया मात्र 51 वोटों से जीत पाई। जबकि कांग्रेस में रहते हुए रक्षा सिरोनिया लगभग 40 हजार वोटों से इसी भांडेर क्षेत्र से वर्ष 2018 के चुनाव में विजयी रही थी। इधर कांग्रेस प्रत्याशी फूलसिंह बरैया ने गृहमंत्री सहित प्रशासनिक तंत्र पर भी कई आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि बूथ कैंप्चरिंग, पैसा बांटने सहित कई काम भाजपा ने उप चुनाव के दौरान किए हैं।
भांडेर विधानसभा उपचुनाव में मंगलवार को स्थानीय पॉलीटेक्नि कॉलेज में मतगणना की प्रक्रिया शुरु हुई। इसमें पहले से तीसरे राउंड तक कांग्रेस के फूलसिंह बरैया ने 1600 मतों की बढ़त बना ली थी। इसके बाद तीसरे, चौथे और पांचवें राउंड में भाजपा प्रत्याशी रक्षा सिरोनिया, बरैया से 629 वोटों से आगे हो गई। मतगणना में कभी रक्षा सिरोनिया तो कभी फूलसिंह बरैया आगे पीछे होते रहे। सबसे खास बात तो यह रही कि 17वें और 18वें चरण की मतगणना में दोनों 115 वोटों से ही आगे पीछे थे। 11वें चरण की मतगणना में तो दोनों प्रत्याशी के वोटो एक समान हो गए। इस पर भाजपा और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की धड़कन रुक सी गई। इसके बाद पुन: रक्षा सिरोनिया ने बढ़त बनाना शुरु की जो मात्र 200 से 600 वोट के बीच ही रही। 11वें चरण की मतगणना के बाद ही यह तय हो गया था कि हार जीत का अंतर काफी कम रहने वाला है। मतगणना के दौरान सुबह से ही कांग्रेस प्रत्याशी फूलसिंह बरैया स्थानीय पॉलीटेक्निक कॉलेज पहुंच गए थे। उन्होंने दिल खोलकर पत्रकारों से बात भी की। वहीं भाजपा प्रत्याशी रक्षा सिरोनिया और उनके पति संतराम सिरोनिया मतगणना स्थल पर परिणाम घोषित हो जाने के बाद पहुंचे। उनकी जीत के लिए सबसे पहला कॉल गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा के पुत्र सुकर्ण मिश्रा ने किया।