मध्यप्रदेश के जबलपुर में दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है। नुनसर के जरोंद गांव में बुधवार को सास-बहू ने झगड़े में एक-दूसरे का गला काट दिया, जिसका चपेट में बेटा भी आ गया। रिश्तों के इस कत्लेआम में सास की मौत हो गई, जबकि बेटे और बहू दोनों गंभीर रूप से घायल हैं। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
बुधवार को हुई घटना
दरअसल, 75 साल की विधवा मोंगा बाई विश्वकर्मा के साथ उनका बेटा राजेंद्र उर्फ गुड्डा और बहू रेखा उर्फ अर्चना रहते हैं। राजेंद्र के दो बेटे 10 वर्षीय कार्तिक और दाई साल का बेटा मुन्ना है। दोनों बच्चे बुधवार की सुबह बाहर खेल रहे थे। घर में राजेंद्र, उनकी पत्नी अर्चना और मां मोंगा बाई थे। पुलिस को पड़ोसियों ने बताया कि सुबह करीब 10 बजकर 15 मिनट पर अर्चना चीखती हुई निकली। उसका गला कटा हुआ था और खून बह रहा था। वह चीखते हुए बोली कि उसके पति ने कुछ नहीं किया है। मैंने मारा है।
बेटा भी खून से लथपथ बाहर आया
जब तक गांववाले पूरे मसले को समझ पाते हैं, उतनी देर में राजति भी घर से बाहर निकली। उसका गला भी कटा हुआ था। खून से लठपत राजेंद्र बाहर आकर बेहोश हो गए हैं। जब गांव के लोग घर के अंदर गए तो उन्होंने देखा कि मोंगा बाई का भी गला कटा हुआ था। लोगों ने एकर्न्स को बुलाया और तीनों को पाटन अस्पताल में भर्ती कराया। जहां डॉक्टरों ने मोंगा बाई को मृत घोषित कर दिया। वहीं, राजेंद्र और उनकी पत्नी अर्चना को मेडिकल अस्पताल के लिए रैफर कर दिया गया।
सास-बहू में अक्सर होता था तू-तू मैं-मैं
इस घटना का पूरा सच गांव वालों को नहीं पता था। पुलिस ने जब पूछताछ की तो पता चला कि मोंगाबाई और बहू अर्चना अक्सर गोलीबारी करते थे। इसे लेकर आए दिन घर में कलह होती थी। पुलिस इस मामले को दो एंगल से देख रही है। घर में पुलिस को धारदार हंसिया मिली है, जिसकी ठोकरिया पर खून लगा हुआ था, लेकिन धार पर कोई निशान नहीं है।
पता नहीं किसने काटा गला?
इस संबंध में एएसपी शिवेस सिंह बघेल ने बताया कि मामले की सूचना मिलते ही वह भी घटना स्थल पर गए थे। उन्हें वहाँ सास, बहू और बेटे का गला कटा हुआ मिला था। तीनों का गला किसने काटा यह अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
मध्यप्रदेश के जबलपुर में दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है। नुनसर के जरोंद गांव में बुधवार को सास-बहू ने झगड़े में एक-दूसरे का गला काट दिया, जिसका चपेट में बेटा भी आ गया। रिश्तों के इस कत्लेआम में सास की मौत हो गई, जबकि बेटे और बहू दोनों गंभीर रूप से घायल हैं। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
बुधवार को हुई घटना
दरअसल, 75 साल की विधवा मोंगा बाई विश्वकर्मा के साथ उनका बेटा राजेंद्र उर्फ गुड्डा और बहू रेखा उर्फ अर्चना रहते हैं। राजेंद्र के दो बेटे 10 वर्षीय कार्तिक और दाई साल का बेटा मुन्ना है। दोनों बच्चे बुधवार की सुबह बाहर खेल रहे थे। घर में राजेंद्र, उनकी पत्नी अर्चना और मां मोंगा बाई थे। पुलिस को पड़ोसियों ने बताया कि सुबह करीब 10 बजकर 15 मिनट पर अर्चना चीखती हुई निकली। उसका गला कटा हुआ था और खून बह रहा था। वह चीखते हुए बोली कि उसके पति ने कुछ नहीं किया है। मैंने मारा है।
बेटा भी खून से लथपथ बाहर आया
जब तक गांववाले पूरे मसले को समझ पाते हैं, उतनी देर में राजति भी घर से बाहर निकली। उसका गला भी कटा हुआ था। खून से लठपत राजेंद्र बाहर आकर बेहोश हो गए हैं। जब गांव के लोग घर के अंदर गए तो उन्होंने देखा कि मोंगा बाई का भी गला कटा हुआ था। लोगों ने एकर्न्स को बुलाया और तीनों को पाटन अस्पताल में भर्ती कराया। जहां डॉक्टरों ने मोंगा बाई को मृत घोषित कर दिया। वहीं, राजेंद्र और उनकी पत्नी अर्चना को मेडिकल अस्पताल के लिए रैफर कर दिया गया।
सास-बहू में अक्सर होता था तू-तू मैं-मैं
इस घटना का पूरा सच गांव वालों को नहीं पता था। पुलिस ने जब पूछताछ की तो पता चला कि मोंगाबाई और बहू अर्चना अक्सर गोलीबारी करते थे। इसे लेकर आए दिन घर में कलह होती थी। पुलिस इस मामले को दो एंगल से देख रही है। घर में पुलिस को धारदार हंसिया मिली है, जिसकी ठोकरिया पर खून लगा हुआ था, लेकिन धार पर कोई निशान नहीं है।
पता नहीं किसने काटा गला?
इस संबंध में एएसपी शिवेस सिंह बघेल ने बताया कि मामले की सूचना मिलते ही वह भी घटना स्थल पर गए थे। उन्हें वहाँ सास, बहू और बेटे का गला कटा हुआ मिला था। तीनों का गला किसने काटा यह अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।