भोपाल : भोपाल के हबीबगंज रेलवे स्टेशन को करीब 100 करोड़ रुपये से विश्वस्तरीय बनाया गया है। यह देश का पहला सर्वसुविधायुक्त विश्वस्तरीय स्टेशन है, जिसे निजी भागीदारी से पुनर्विकसित किया गया है।
दरअसल, गत 16 जुलाई को विश्वस्तरीय गांधीनगर कैपिटल रेलवे स्टेशन का लोकार्पण किया जा चुका है, लेकिन इसको रेलवे ने स्वयं तैयार किया है, जबकि हबीबगंज निजी भागीदारी से तैयार किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अगस्त के दूसरे सप्ताह में हबीबगंज स्टेशन के लोकार्पण करने की संभावना है।
बंसल पाथ-वे हबीबगंज प्राइवेट लिमिटेड द्वारा चार साल में तैयार किए गए इस स्टेशन की लागत करीब सौ करोड़ रुपये है। इसमें 46 हजार यात्रियों की क्षमता के मुताबिक तमाम आधुनिक सुविधाएं जुटाई गई हैं।
भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग मंडल (एसोचैम) ने इसी माह स्टेशन को पर्यावरण, जल संरक्षण और टिकाऊ निर्माण कार्यों के लिए पांच सितारा जेम रेटिंग पुरस्कार दिया है। आने वाले पांच साल में यह भोपाल का मुख्य स्टेशन होगा।
अभी यहां 80 से अधिक ट्रेनों का ठहराव है, जिसे बढ़ाकर 150 से अधिक करने की योजना है। यहां ट्रेनों को रोकने, उनकी साफ-सफाई करने के लिए आटोमेटिक प्लांट बनकर तैयार है।
ये होंगी सुविधाएं – वेटिंग हाल : एयरपोर्ट की तर्ज पर यात्री एस्केलेटर व ट्रेवलेटर के जरिये वेटिंग हाल तक पहुंचेंगे। ट्रेन की उद्घोषणा होने पर सीधे संबंधित प्लेटफार्म पर पहुंचने की व्यवस्था होगी।
करीब 900 यात्रियों वाले वेटिंग हाल में एलईडी स्क्रीन व आधुनिक उद्घोषणा उपकरण लगाए गए हैं। इसके अलावा मुख्य भवन में प्लेटफार्म-एक की तरफ महिला-पुरुष यात्रियों के लिए 75-75 की क्षमता के एसी वेटिंग रूम व डॉरमेट्री है।
सब-वे : ट्रेन से उतरने वाले यात्री प्लेटफार्मों से सीधे अंडर ग्राउंड सब-वे से होकर प्लेटफार्म-एक व पांच से बाहर निकल सकेंगे।
पार्किंग : प्लेटफार्म-एक की तरफ 210 चार पहिया व 600 दो पहिया वाहन और प्लेटफार्म-पांच की ओर 90 चार पहिया व 250 दो पहिया वाहन पार्किंग की सुविधा है। – खानपान : प्रत्येक प्लेटफार्म पर नौ व वेटिंग हाल के समीप 20 फूड स्टाल होंगे। प्लेटफार्म-एक की तरफ 36 मीटर ऊंचे मुख्य भवन में फूड कोर्ट होगा।