मध्यप्रदेश में राज शिव का राज ’कायम, इमरती देवी सहित तीन मंत्रियों को मिली हार
मध्य प्रदेश बायपोल २०२०: मध्यप्रदेश में राज शिव का राज ’कायम, इमरती देवी सहित तीन मंत्रियों को मिली हार

मध्य प्रदेश उपचुनावों में सबसे बड़ी और सबसे छोटी दोनों तरह की जीत भाजपा ने ही दर्ज की हैं. उपचुनाव में शिवराज-सिंधिया की जोड़ी का एक दिखावा है। बता दें कि 2018 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने इन 28 सीटों पर से 27 पर जीत हासिल की थी। इस बीच ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कमलनाथ और दिग्विजय सिंह पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि गद्दार मैं नहीं, कमलनाथ और दिग्विजय सिंह हैं।

 

शिवराज के तीन मंत्रियों को मिली मात

Banner Ad

मध्य प्रदेश की 28 विधानसभा सीटों के उपचुनाव में 2 पूर्व मंत्रियों सहित शिवराज सरकार के 14 मंत्रियों ने ताल ठोंकी थी। इनमें से 11 कलाकारों ने जीत दर्ज कर ली है या बढ़त बनाए हुए हैं। हालांकि, 3 मंत्री इमरती देवी, एंदल सिंह कंशाना और गिर्राज दंडोतिया उलटफेर का शिकार बनकर चले गए। इन तीनों ने डबरा, दिमनी और सुमावली सीट से चुनाव लड़ा।

कमलनाथ-दिग्विजय पर भड़के ज्योतिरादित्य
उपचुनाव के नतीजों का ऐलान होने के बाद भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने एक बार फिर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और दिग्विजय सिंह पर निशाना साधा। सिंधिया ने कहा, ‘नतीजों ने साबित कर दिया है कि कमलनाथ और दिग्विजय सिंह गद्दार हैं।’ इस दौरान ज्योतिरादित्य सिंधिया ने समर्थन देने के लिए मध्य प्रदेश की जनता का शुक्रिया भी अदा किया।

कमलनाथ ने मानी हार, कही यह बात
उपचुनाव के नतीजे आने के बाद कमलनाथ ने हार मान ली है। उन्होंने कहा कि हम जनादेश को शिरोधार्य करते हैं। हमने जनता तक अपनी बात पहुंचाने की पूरी कोशिश की। अब हम विपक्ष में रहकर अपनी जिम्मेदारियों को निभाएंगे।

सबसे छोटी और बड़ी जीत भाजपा के नाम
मध्य प्रदेश उपचुनावों में सबसे बड़ी और सबसे छोटी दोनों तरह की जीत भाजपा ने ही दर्ज की हैं। दरअसल, भांडेर सीट पर भाजपा की रक्षा संतराम सिरोनिया महज 161 वोटों से जीतीं। उन्होंने कांग्रेस के फूलसिंह बरैया को लैपटॉप दिया। वहीं, सांची सीट पर भाजपा प्रत्याशी और मंत्री प्रभुराम चौधरी ने 63 हजार 809 वोटों से जीत दर्ज की। उन्होंने कांग्रेस के मदन लाल चौधरी को मां दी।

 

Share this with Your friends :

Share on whatsapp
Share on facebook
Share on twitter