भोपाल : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा यूथ महापंचायत में की गई घोषणानुसार प्रदेश के विश्वविद्यालय और महाविद्यालयों में “युवा सैल” का गठन किया जायेगा। युवा सैल युवा नीति के क्रियान्वयन के लिये विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय स्तर पर होने वाली गतिविधियों की निरंतर समीक्षा और उत्कृष्ट संचालन के लिये आयोजन समिति को सुझाव प्रस्तुत करेगा। युवा सैल का मुख्य उद्देश्य विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय में युवाओं के मध्य सकारात्मक एवं आदर्श वातावरण को निर्मित करना है।
विश्वविद्यालय स्तर पर युवा सैल के संरक्षक कुलपति होंगे। वरिष्ठ संकाय अधिष्ठाता अध्यक्ष एवं समन्वयक राष्ट्रीय सेवा योजना सचिव होंगे। संरक्षक द्वारा प्रावीण्यता के आधार पर मनोनीत चार विद्यार्थी, एनएसएस, एनसीसी, खेल-कूद एवं साहित्य-सांस्कृतिक गतिविधि के एक-एक विद्यार्थी, दो एल्यूमनाई, दो अभिभावक (एक महिला, एक पुरुष), एक सांसद तथा एक विधायक प्रतिनिधि सदस्य होंगे।
महाविद्यालय में युवा सैल के संरक्षक प्राचार्य होंगे। महाविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापक अध्यक्ष, एनसीसी अधिकारी/एनएसएस के कार्यक्रम अधिकारी सचिव, प्रावीण्यता के आधार पर दो स्नातक एवं दो स्नातकोत्तर विद्यार्थी एनएसएस, एनसीसी, खेल-कूद एवं साहित्यिक-सांस्कृतिक गतिविधियों में शामिल एक-एक विद्यार्थी सदस्य के रूप में शामिल होंगे। दो एल्यूमनाई, दो अभिभावक (एक महिला एवं एक पुरुष) सदस्य होंगे। सांसद प्रतिनिधि एवं विधायक प्रतिनिधि भी सदस्य होंगे।
युवा सैल युवा-नीति के मार्गदर्शी सिद्धांतों के अनुरूप प्राप्त निर्देशों के परिपालन में कार्य करेगा तथा उसके अनुसार विश्वविद्यालय और महाविद्यालय में आयोजित गतिविधियों का संचालन करेगा।