उज्जैन : मध्य प्रदेश के उज्जैन स्थित ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में नागपंचमी पर शुक्रवार तड़के तीन बजे भस्मारती में कुछ अव्यवस्था हो गई।
मंदिर के कुछ पुजारियों का आरोप है कि गेट पर ताले लगे होने से भस्मारती में देरी हुई है। हालांकि, पुजारियों के आरोप को मंदिर प्रशासन ने खारिज कर दिया है। प्रशासन ने कहा कि सब कुछ तय समय पर हुआ है।

मंदिर के कुछ पुजारियों ने आरोप लगाया कि भाजपा के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय स्वजन सहित मंदिर पहुंचे तो उनके प्रवेश के बाद मंदिर के गेट पर ताला लगा दिया गया। इस कारण महाकाल का श्रृंगार करने वाले पंडित अजय पुजारी और अन्य पंडित समय से मंदिर में नहीं पहुंच पाए।
इस कारण भस्मारती में देरी हो गई। हालांकि, आरती करने वाले पंडित संजय पुजारी कैलाश विजयवर्गीय के पहले ही मंदिर में प्रवेश कर चुके थे। दूसरी ओर, मंदिर प्रशासक व कलेक्टर आशीष सिंह ने भस्मारती में देरी की बात को सिरे से खारिज कर दिया।
सहायक मंदिर प्रशासक व तहसीलदार पूर्णिमा सिंगी ने बताया कि श्रावण मास में सोमवार को छोड़ आम दिनों में रात्रि तीन से सुबह पांच बजे तक भस्मारती होती है।

शुक्रवार को भी निर्धारित समय पर आरती हुई। इधर, कोरोना संक्रमण के चलते भस्मारती और गर्भगृह में भक्तों के प्रवेश पर पाबंदी के बावजूद विजयवर्गीय के पहुंचने के मामले में कलेक्टर आशीष सिंह का कहना है कि मामले की जांच कराई जा रही है।