मुंबई : महाराष्ट्र विधानभवन परिसर में मंगलवार को एक अनोखा दृश्य देखने को मिला। एक तरफ सदन के अंदर महाविकास अघाड़ी के विधायक कार्रवाई में हिस्सा ले रहे थे। दूसरी ओर विपक्षी भाजपा के विधायक विधानसभा के बाहर समानांतर सदन चलाते दिखाई दे रहे थे।
महाराष्ट्र विधानमंडल के मानसून सत्र का मंगलवार को दूसरा एवं अंतिम दिन था। पहले दिन विपक्षी दल भाजपा के 12 विधायकों को साल भर के लिए निलंबित कर दिया गया था। इस निलंबन के विरोध में मंगलवार को सभी भाजपा विधायकों ने सदन के बाहर पांच घंटे तक समानांतर विधानसभा चलाई।
इस समानांतर सत्र की अध्यक्षता वरिष्ठ भाजपा विधायक कालीदास कोलंबकर ने की। बाद में पत्रकारों से बात करते हुए नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फड़नवीस ने कहा कि हमने इस समानांतर विधानसभा के जरिये सरकार के चेहरे से पर्दा हटाने का काम किया है।
हमारा आंदोलन किसानों, विद्यार्थियों, मराठा नौजवानों एवं अन्य पिछड़े वर्गों की समस्याएं पूरी होने तक जारी रहेगा। फड़नवीस ने महाविकास अघाड़ी सरकार को कौरव की उपमा देते हुए कहा कि ठाकरे सरकार का अहंकार दुर्योधन सरीखा है।
जैसे दुर्योधन का अहंकार उसके सिर पर चढ़कर बोल रहा था, वैसे ही इस सरकार का अहंकार भी सिर चढ़कर बोल रहा है। दूसरी ओर, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सत्र के पहले दिन हुए घटनाक्रम का उल्लेख करते हुए कहा कि कल जो कुछ भी विधानसभा में कार्यवाहक अध्यक्ष के साथ हुआ, वह महाराष्ट्र की परंपरा को शìमदा करनेवाला था। यह अपनी संस्कृति नहीं है। हम उत्कृष्ट विधायक का पुरस्कार देते हैं।
अब जिस तरह का कामकाज चल रहा है, वह बहुत निचले दर्जे पर जाता दिख रहा है। बता दें कि उद्धव ठाकरे सोमवार को विधानसभा के कार्यवाहक अध्यक्ष के साथ हुए दुर्व्यवहार का जिक्र कर रहे थे, जिसके बाद भाजपा के 12 विधायकों को साल भर के लिए निलंबित कर दिया गया।


