राजमाता चौराहे पर लगे एटीएम में अज्ञात बदमाशों ने की तोड़फोड़,पुलिस सीसीटीवी फुटेज खंगालने में जुटी

नगर में लगे अन्य कैमरे बंद होने से बढ़ रही वारदातें

 दतिया. भांडेर में असामाजिक तत्वों की गतिविधियां बढ़ती देखकर लगता है कि उन्हें पुलिस का कोई खौफ नहीं है। इसका अंदाजा इस घटना से लगाया जा सकता है कि मंगलवार-बुधवार की रात थाने से महज चंद कदमों की दूरी पर राजमाता चौराहे पर नासिर बक्स मंसूरी की दुकान में लगे इंडिया वन के एटीएम मशीन की अज्ञात व्यक्ति ने तोड़फोड़ कर दी। बदमाशों ने मशीन से रुपये निकलने की तोड़फोड़ की या किसी शरारती की यह हरकत है। इस मामले में पुलिस छानबीन कर रही है। एटीएम जिस मकान में लगा है उसके स्वामी नासिर ने बुधवार को थाने में आवेदन देकर एटीएम मशीन की तोड़फोड़ किए जाने के बारे में पुलिस को अवगत कराया। इस चौराहे पर ही नपं के सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं, लेकिन यह कैमरे पिछले कई महीनों से खराब चल रहे हैं। इन कैमरों के बंद होने से जहां असामाजिक तत्त्वों के हौंसले बुलंद रहते हैं, वहीं किसी घटना की पड़ताल के लिए पुलिस को भी घटना स्थल के आसपास लगे निजी कैमरों की मदद लेनी पड़ती है।नगर में असामाजिक गतिविधियों पर नजर रखने के लिए विभिन्न बहुमार्गों पर थर्ड आई के रूप में कैमरे लगवाए गए थे। यह बहुमार्ग है। पटेल चौराहा, राजमाता चौराहा, खटीकयाना, घटिया बाजार तथा सरसई तिराहा पर इन कैमरों से निगरानी रखी जानी थी। लेकिन विगत कई महीनों से यह थर्ड आई ठप्प पड़ी है। इसके सुधार के लिए अब तक कुछ नहीं हुआ। एटीएम टूटफूट मामले में केवल एटीएम बूथ में लगा वह कैमरा ही उस अज्ञात व्यक्ति का चेहरा और कृत्य उजागर कर सकता है, जिसने इसकी तोड़फोड़ की । कैमरे की मदद से ही पता चल सकेगा कि इसके पीछे मकसद क्या था।

वायरलेस कैमरे लगने चाहिए

वर्तमान में केबल युक्त कैमरे लगे हैं। केबल इनकी सबसे बड़ी कमजोरी है। असामाजिक तत्त्व सबसे अधिक इनकी केबलों को ही नुकसान पहुंचाते हैं। इसके अलावा मौसम की मार भी इस थर्ड आई सिस्टम को प्रभावित करती है। पूर्व में वायरलेस कैमरे नप द्वारा लगाए जाने की बात कही गई। लेकिन उपचुनाव के चलते फिलहाल वह योजना ठंडे बस्ते में चली गई। पहले भी इन कैमरों की मरम्मत हो चुकी हैं। लेकिन इस बार वक्त कुछ अधिक ही गुजर गया। समय की मांग और अनुभव के आधार पर नपं को वायरलेस कैमरे और निगरानी स्थान बढ़ाने की तरफ प्राथमिकता से ध्यान देने की आवश्यकता है। ताकि ऐसी वारदातों पर रोक लग सके।

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