रामदेव ने अब नेताओं व धर्म-अध्यात्म पर साधा निशाना, वायरल वीडियो में कारपोरेट सेक्टर पर भी उछाले सवाल

हरिद्वार । योग गुरु बाबा रामदेव ने अब धर्म-अध्यात्म, राजनेताओं और व्यापारियों पर निशाना साधा है। उन्होंने कहाकि ये लोग अपनी ब्रांडिंग करने के लिए दो-चार अच्छे काम कर लेते हैं, पर पर्दे के पीछे जो अधर्म और भ्रष्टाचार होता है उसकी बात कोई नहीं करता। यह भी बताया जाना चाहिए। बुधवार को इंटरनेट मीडिया पर वायरल एक वीडियो में बाबा रामदेव ऐसा कहते सुनाई दे रहे हैं। वीडियो साधकों को योग सिखाने के दौरान का प्रतीत हो रहा है।

वीडियो में योग गुरु कटाक्ष कर रहे हैं कि धर्म और अध्यात्म की बात करने वाले कहते हैं कि हम लोगों को अच्छी बातें बता रहे हैं। अच्छी राह पर चलने के लिए प्रेरित कर रहे हैं, लेकिन ये लोग पर्दे के पीछे क्या-क्या अनाचार और भ्रष्टाचार कर रहे हैं, यह नहीं बताते। वह यहीं नहीं रुके और कहा कि लोगों को लड़ा-भिड़ा रहे हो, खून बहा रहे हो, यह भी तो बताओ।

बाबा रामदेव वीडियो में राजनेताओं को कठघरे में खड़ा करते सुनाई पड़ रहे हैं। वह बोले राजनेता लोगों से कहते हैं कि तुम्हारे लिए सड़कें, एयरपोर्ट, पुल और स्कूल-कालेज बना रहे हैं। यह तो अच्छी बात है, लेकिन इसमें क्या-क्या भ्रष्टाचार कर रहे हैं, यह नहीं बताते। उन्होंने कांग्रेस के कार्यकाल के एक पूर्व प्रधानमंत्री के बयान कि ऊपर से भेजे गए एक रुपये में नीचे तक पंद्रह पैसे ही पहुंचते हैं, का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि कारपोरेट माफिया और बाजारवादी ताकतों की ही देन है कि दो रुपये की वस्तु दो हजार और बीस हजार की बीस लाख रुपये में बेची जा रही है।

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बाबा ने सवाल उठाया कि यह कैसी और किसकी सेवा है। सही मायने में व्यापार के पीछे लूटतंत्र है। देशवासियों को कर्मयोगी बनने का आह्वान योग गुरु ने साधकों और देशवासियों से इन सब बातों से ऊपर उठकर योगी-कर्मयोगी बनने और आत्मकल्याण करने का आह्वान किया। उन्होंने कहाकि जीवन को सार्थक बनाने के लिए ऐसा कुछ करो कि राष्ट्र के काम आ सको। उन्होंने दावा किया कि पतंजलि योगपीठ का अर्थ (धन) सौ फीसद परमार्थ के लिए है। जबकि बाकी कंपनियां कारपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी (सीएसआर) फंड के तहत सरकारी नियमों के आधार पर यह काम करती हैं।

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