मुरादाबाद : रेलवे ने डिप्लोमा धारकों के लिए सीनियर सेक्शन इंजीनियर के पद पर भर्ती के लिए रास्ता खोल दिया है। रेलवे भर्ती बोर्ड को आदेश दिया है कि सीनियर सेक्शन इंजीनियर के पद पर भर्ती की कार्रवाई होगी। इसके बाद सुपरवाइजर के लिए अधिकारी बनना आसान हो जाएगा। रेलवे में कई तकनीकी विभाग हैं। जिसमें इंजीनियरिंग, यांत्रिक, विद्युत प्रमुख है।
इस विभाग में कर्मचारियों से काम कराने के लिए सुपरवाइज के तीन पद हैं, जिसमें जूनियर इंजीनियर, सेक्शन इंजीनियर व सीनियर सेक्शन इंजीनियर शामिल है। इसमें भर्ती होने के लिए न्यूनतम योग्यता डिप्लोमा होता है। रेलवे में केवल सीधी भर्ती जूनियर इंजीनियर के पद पर होती है।
न्यूनतम सात साल नौकरी करने के बाद पदोन्नत होकर सेक्शन इंजीनियर और बीस साल नौकरी करने के बाद सीनियर सेक्शन इंजीनियर बनते हैं और अधिकांश कर्मचारी इसी पद से सेवानिवृत हो जाते हैं। जूनियर इंजीनियर में भर्ती होने वाले कर्मचारी अधिकारी के पद पर पदोन्नत नहीं हो पाता है।
अधिकारी के पद पर पदोन्नत होने के लिए सीनियर सेक्शन इंजीनियर होना अनिवार्य है, उसके बाद सहायक अभियंता के पद पर पदोन्नति के लिए विभागीय परीक्षा देनी पड़ती है। रेलवे बोर्ड ने डिप्लोमा धारकों के लिए अधिकारी बनाने का रास्ता खोल दिया है। बोर्ड के डायरेक्टर (एन) एमएम राय ने छह अगस्त को पत्र जारी किया है, जिसमें कहा है कि भर्ती बोर्ड सीधे भर्ती सीनियर सेक्शन इंजीनियर के पद पर भर्ती करें।
सभी जोन के महाप्रबंधक को आदेश दिया है कि सीनियर सेक्शन इंजीनियर के रिक्त पदों पर भर्ती के लिए भर्ती बोर्ड को पत्र भेजें। साथ ही जूनियर इंजीनियर के पद पर तैनात कर्मचारियों की पदोन्नति प्रभावित नहीं हो, इसलिए रिक्त पदों का 50 फीसद पदोन्नति से और 50 फीसद सीधी भर्ती से भरा जाएगा।
रेलवे बोर्ड के इस पत्र के बाद भर्ती बोर्ड अब सीनियर सेक्शन इंजीनियर के लिए भी आवेदन मांगेंगे। इस व्यवस्था के बाद डिप्लोमा के टापर छात्र को सीनियर सेक्शन इंजीनियर बनने का मौका मिल पाएगा। सीनियर सेक्शन इंजीनियर के पद पर पांच साल नौकरी करने के बाद विभागीय परीक्षा देकर सहायक अभियंता के पद पर पदोन्नत हो पाएंगे। सेवानिवृत्त होने तक पदोन्नत होकर ब्रांच आफिसर (संयुक्त निदेशक) बन सकते हैं।