सरकारी खजाने पर श्रीरामजी की कृपा, अयोध्या में खरीदी गई 7 एकड़ जमीन से सरकार को मिला करोड़ों का राजस्व

अयोध्या । राममंदिर निर्माण के लिए जहां देशभर के राम भक्तों ने खजाना खोल दिया है, तो वहीं रामलला की कृपा सरकारी खजाने पर भी बरसी है। जन्मभूमि परिसर के विस्तार के लिए खरीदी जा रही भूमि, भवन व मंदिरों से सरकार की तिजोरी भी भर रही है। रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने अब तक तकरीबन 30 करोड़ की लागत से सात एकड़ भूमि खरीदी है। इससे सरकारी खजाने में स्टांप शुल्क के रूप में तीन करोड़ 70 लाख रुपये जमा हुए हैं।

रामकोट निवासी सुल्तान अंसारी व रविमोहन तिवारी ने 80 बिस्वा भूमि का ट्रस्ट के साथ एग्रीमेंट किया है, जिसमें इन दोनों को 17 करोड़ का भुगतान ट्रस्ट ने किया। इस प्रक्रिया में एक करोड़ 29 लाख रुपये का राजस्व सरकार को मिला है। यह भूमि बागविजेषी राजस्व ग्राम में हैं। इसी तरह कुसुम पाठक व हरीश पाठक की भूमि का बैनामा आठ करोड़ रुपये में हुआ। इसमें 56 लाख रुपये का स्टांप लगा। ये भी बागविजेषी राजस्व ग्राम का हिस्सा है, जो रामकोट के बाहर है।

रामजन्मभूमि रामकोट क्षेत्र में स्थित है। लाकडाउन में भी सरकार की आमदनी रामकोट स्थित भूमि स्वामियों से ट्रस्ट ने 11 मई व 24 मई को बैनामा कराया था। इसमें यशोदानंद त्रिपाठी व कौशल किशोर त्रिपाठी की भूमि का बैनामा ट्रस्ट ने कराया, जिसमें 28 लाख का राजस्व सरकारी खजाने में जमा हुआ। इस खरीद प्रक्रिया में ट्रस्ट ने चार करोड़ का भुगतान किया। सीताराम दास ने अपनी संपत्ति 50 लाख रुपये में ट्रस्ट को दी। इसमें साढ़े तीन लाख का स्टांप शुल्क लगा। 24 मई को बृजमोहनदास ने दो बैनामे ट्रस्ट को किए। एक बैनामा साढ़े पांच करोड़ में हुआ, जिसमें सरकार को 40 लाख रुपये राजस्व मिला और दूसरा एक करोड़ 75 लाख रुपये में हुआ, जिसमें 13 लाख स्टांप शुल्क जमा हुआ।

सरकारी खजाने पर श्रीरामजी की कृपा, अयोध्या में खरीदी गई 7 एकड़ जमीन से सरकार को मिला करोड़ों का राजस्व

अयोध्या । राममंदिर निर्माण के लिए जहां देशभर के राम भक्तों ने खजाना खोल दिया है, तो वहीं रामलला की कृपा सरकारी खजाने पर भी बरसी है। जन्मभूमि परिसर के विस्तार के लिए खरीदी जा रही भूमि, भवन व मंदिरों से सरकार की तिजोरी भी भर रही है। रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने अब तक तकरीबन 30 करोड़ की लागत से सात एकड़ भूमि खरीदी है। इससे सरकारी खजाने में स्टांप शुल्क के रूप में तीन करोड़ 70 लाख रुपये जमा हुए हैं।

रामकोट निवासी सुल्तान अंसारी व रविमोहन तिवारी ने 80 बिस्वा भूमि का ट्रस्ट के साथ एग्रीमेंट किया है, जिसमें इन दोनों को 17 करोड़ का भुगतान ट्रस्ट ने किया। इस प्रक्रिया में एक करोड़ 29 लाख रुपये का राजस्व सरकार को मिला है। यह भूमि बागविजेषी राजस्व ग्राम में हैं। इसी तरह कुसुम पाठक व हरीश पाठक की भूमि का बैनामा आठ करोड़ रुपये में हुआ। इसमें 56 लाख रुपये का स्टांप लगा। ये भी बागविजेषी राजस्व ग्राम का हिस्सा है, जो रामकोट के बाहर है।

रामजन्मभूमि रामकोट क्षेत्र में स्थित है। लाकडाउन में भी सरकार की आमदनी रामकोट स्थित भूमि स्वामियों से ट्रस्ट ने 11 मई व 24 मई को बैनामा कराया था। इसमें यशोदानंद त्रिपाठी व कौशल किशोर त्रिपाठी की भूमि का बैनामा ट्रस्ट ने कराया, जिसमें 28 लाख का राजस्व सरकारी खजाने में जमा हुआ। इस खरीद प्रक्रिया में ट्रस्ट ने चार करोड़ का भुगतान किया। सीताराम दास ने अपनी संपत्ति 50 लाख रुपये में ट्रस्ट को दी। इसमें साढ़े तीन लाख का स्टांप शुल्क लगा। 24 मई को बृजमोहनदास ने दो बैनामे ट्रस्ट को किए। एक बैनामा साढ़े पांच करोड़ में हुआ, जिसमें सरकार को 40 लाख रुपये राजस्व मिला और दूसरा एक करोड़ 75 लाख रुपये में हुआ, जिसमें 13 लाख स्टांप शुल्क जमा हुआ।

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