मध्य प्रदेश के जबलपुर में सीबीआई की टीम ने मिलिट्री सर्विस (एमईईएस) के दफ्तर पर बड़ी कार्रवाई की। इसके तहत सीबीआई ने मिलिट्री के सर्विस में छापा मारा और दो अधिकारियों को 3 लाख 10 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया। इसके अलावा सीबीआई ने उन अधिकारियों के पास से एक चेक भी बरामद किया।
बिल पास करने के लिए पूछा गया था
सीबीआई के इस कार्रवाई के बाद एमईएस में हड़कंप मच गया। दोनों अधिकारियों पर सत्या और सन्स फर्नीचर से रिश्वत मांगने का आरोप है। जानकारी के अनुसार, गैसरिन इंजीनियर ने विभिन्न सैन्य उपकरणों के फर्नीचर बनाने और मरम्मत का ठेका सत्या और सन्स को दिया था। जिसका बिल 10 लाख रुपए हुआ था। लेकिन बिल को पास करने के लिए कार्यालय बैरेक इंचार्ज सुजीत बैठा और स्टोर कीपर जयदीप शुक्ला ने कंपनी संचालक से 3 लाख 10 हजार की रिश्वत मांगी थी। अफसरों ने अपनी हात ऐसी रखी थी कि उनके पास रिश्वत देने के अलावा और कोई चारा नहीं था।

कंपनी संचालक ने की सीबीआई को शिकायत थी
बैरेक इंचार्ज सुजीत बैठा और स्टोर कीपर जयदीप शुक्ला ठेकेदारों को आरोप्वत देने के लिए परेशान कर रहे थे। कंपनी संचालक ने परेशान हो कर इस मामले की शिकायत सीबीआई में की थी। जिसके बाद सीबीआई ने आरोप्वतखोर अधिकारियों को रंगे हाथ पकड़ने के लिए योजना बनाई। सीबीआई ने दोनों अभियंताओं की बात अधिकारियों से की और आधे घंटे बाद गैरिसन के कार्यालय कार्यालय एमईएस में दोनों अधिकारियों को आरोप्वत लेते हुए पकड़ लिया। सीबीआई की टीम ने जबलपुर गैसरिन के के अभियंता प्रदीप बैठा और जयदीप शुक्ला के पास से एक लाख रुपए नकद और दो लाख रुपए का चेक बरामद किया। इन आरोपों को सीबीआई ने गुरुवार को अदालत में पेश किया। इन आरोपियों के ऊपर भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई है।
