दतिया. वर्तमान के प्रदेशभर के कलेक्टर कार्यालय में से दतिया कलेक्टर कार्यालय की गिनती टॉप टेन में होती है। नवीन कलेक्टर कार्यालय के सौंदर्यीकरण को लेकर 3 विभागों ने कमर कसी है। पूरे परिसर को हरियाली युक्त किया जाएगा। कलेक्ट्रेट परिसर को हराभरा करने की मुहिम शुरू कर दी गई है। पेड़-पौधों के साथ लगभग 20 हजार स्क्वायर फीट का प्लान तैयार होगा । विभिन्न प्रकार के पेड़ पौधे भी लगाए जाएंगे।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार दतिया कलेक्टर कार्यालय को इतना सुंदर बनाने की ठानी गई है कि यह पूरे प्रदेश में एक मिसाल बन जाए । इसके लिए वन विभाग, कृषि विभाग का उद्यानिकी शाखा और नगर पालिका तीनों ही विभाग सम्मिलित भागीदारी निभा रहे है। दतिया कलेक्टर कार्यालय प्रदेश के टॉप 10 कलेक्टर कार्यालय की श्रेणी में आता है। इंदौर, जबलपुर ग्वालियर प्रथम श्रेणी के नगरों के अलावा बी श्रेणी के शहरों में प्रदेश में इसकी गिनती नंबर वन पर आती है। इसका बिल्डिंग परिसर एक लाख स्क्वायर फीट से कहीं ज्यादा है। भवन के आसपास लगभग 2 लाख स्क्वायर फीट की जमीन पर पेड़ पौधे लगाए गए हैं। जिन्हें अब नए सिरे से लगाया जाना शुरू किया गया है।
20 हजार स्क्वायर फीट का केवल लॉन
नवीन कलेक्ट्रेट कार्यालय के भवन के ठीक सामने लगभग 10 हजार स्क्वायर फीट की जमीन पर अभी कुछ पेड़ पौधे लगे हुए हैं। इस पूरी जमीन पर लॉन बनाने की तैयारी की जा रही है। जिससे कि कलेक्टर कार्यालय में ग्रीन कारपेट का लुक आ सके। इसके अलावा भवन के दोनों और 5-5 हजार स्क्वायर फीट के दो अन्य लाॅन भी तैयार किए जाएंगे।
वर्तमान में लगे पौधे ट्रांसप्लांट होंगे

ग्वालियर रोड स्थित नवीन कलेक्टर कार्यालय में भवन के ठीक सामने कई पेड़ और पौधे पूर्व से लगे हुए हैं। इन पौधों को नुकसान पहुंचाए बिना इन्हें सीधे ट्रांसप्लांट किया जाएगा। इन्हें कलेक्टर परिसर के पीछे की ओर स्थित खाली जमीन पर ट्रांसप्लांट किया जाएगा। इसके अलावा नए पौधों के लिए भवन के आसपास का क्षेत्र चयनित किया गया है। कलेक्टर कार्यालय में लगाए जा रहे पेड़ पौधों की खास बात यह है कि यहां पर ऐसे पेड़ एवं पौधों का चयन किया जा रहा है, जो घनी छांव और फलदार हो। उनमें गुलमोहर, शीशम, अशोक के पेड़ आदि के पौधे लगाए जाएंगे। कलेक्टर कार्यालय के एक भाग में अशोक के पेड़ों की एक लंबी कतार लगाई जाएगी। जिन से भरपूर छांव मिल सके। कलेक्टर कार्यालय में कुछ औषधि पौधे भी लगाए जाने की योजना है।
योजना उद्यानिकी की, देखरेख का जिम्मा नपा को
कृषि विभाग के उद्यानिकी शाखा के उपसंचालक सर्वेश तिवारी ने जानकारी में बताया कि कलेक्टर भवन के दोनों ओर विशेष तरह के पौधे लगाए जाएंगे। सामने की ओर एक बड़ा लॉन रहेगा, जो पूरी तरह हरा और उच्च किस्म की गहरी घास वाला रहेगा। यह 10 से 12 हजार स्क्वायर फीट में रहेगा, ताकि भवन की सुंदरता बनी रहे। फिलहाल पौधे लगाने के लिए भवन के बाहरी क्षेत्र में गड्ढे किए जा रहे हैं। यहां कुछ तैयार पौधे वन विभाग की मदद से लगाए जाएंगे।