मंगलवार को पुलिस-प्रशासन ने नगर निगम के साथ मिलकर चाकूबाजी, लूटपाट सहित अन्य अपराध करने वाले गुंडे-बदमाशों के मकानों को ध्वस्त करने की कार्रवाई शुरू की। डीआईजी हरिना रायणचारी मिश्र के अनुसार सबसे पहली कार्रवाई आजाद नगर में गुंडे रमेश तोमर के घर से शुरू हुई। यह पूरी कार्रवाई में विशेष बात यह है कि रमेश का कंप्यूटर बाबा कनेक्शन भी सामने आया है। सुबह बड़ी संख्या में निगम की टीम पुलिस के साथ 5 जेसीबी बारे रमेश के आजाद नगर थाना क्षेत्र के इदरीश नगर में पहुंची और कार्रवाई को अंजाम दिया।
बड़ी संख्या में निगम की टीम कार्रवाई के लिए पहुंची।
पार्क की जमीन पर कब्जा, खड़ा करवा दिया अवैध मोबाइल टाॅवर
कम्प्यूटर बाबा का करीबी रमेश तोमर भी जमीन के खेल में जादूगर निकला। शर्मा के अनुसार रमेश ने पार्क की जमीन पर कब्जा कर तीन अवैध मोबाइल टैवर स्टैंड करवा लिए थे। ऊंचाई ज्यादा होने से उन्हें काटकर बचाया जाएगा। मंगलवार को डीजी सेट आदि को हटा दिया गया। इसके अलावा उसने अलग-अलग जगहों पर छोटे-बड़े पांच घर भी तान लिए थे। मामले में जांच के बाद यह कार्रवाई शुरू हुई है। पुलिस द्वारा जो बदमाश-गुंडे लगातार अपराध कर रहे हैं उन्हें सूचीबद्ध कर नगर निगम से इनकी वैध-अवैध संप्रदाय अधिकारियों की जानकारी जुटाकर कार्रवाई की जा रही है। गौरतलब है कि पहली बार जब यह कार्रवाई शुरू हुई थी तो कुल 120 गुंडों के मकान तोड़े गए थे।
पांच जेसीबी की मदद से ढहाया गया निर्माण।
बाबा की जमानत का जीनारटर भी रमेश
सूत्रों से मिली जानकारी के बाबा के मामले में मूसाखेड़ी के रमेश तोमर द्वारा जमानत दिए जाने के लिए पांच लाख की बैंक गारंटी दी जा रही थी, लेकिन बाद में वह एसडीएम कोर्ट ही नहीं पहुंची और इसकी सूचना वकील ने एसडीएम कोर्ट को दी। बाबा की यकीन दिलाने वाला कोई जमानतदार सामने नहीं आने के कारण एसडीएम कोर्ट ने आवेदन खारिज कर दिया। सोमवार को भी कोई जमानतदार नहीं मिला, इसके चलते एसडीएम कोर्ट से जमानत नहीं हुई।
रमेश ने क्षेत्र में अलग-अलग पांच मकान तान के लिए थे।
रमेश पर दर्ज प्रकरण
जानकारी के अनुसार तोमर के खिलाफ संयोगितागंज थाने पर मारपीट, गाली गलौज, बलवा करना, जान से मारने की धमकी देना, तोड़-फोड़ करना, बिजली चोरी, शासकीय कर्मचारी पर हमला, गोलीबारी, फर्जी दस्तावेज बनाना, अवैध कब्जा करना, अवैध शराब रखने के मामले दर्ज हैं।