कराची : पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में मंगलवार को कोरोना वायरस के ओमीक्रोन स्वरूप के कम से कम 12 संदिग्ध मामले सामने आए। एक स्वास्थ्य अधिकारी ने यह जानकारी दी। परेशन सेल (कोविड) के प्रमुख डॉ नकीबुल्लाह नियाजी ने कहा कि सभी मरीजों को पृथक-वास में भेज दिया गया है। उन्होंने बताया कि टीकाकरण और जांच के दौरान क्वेटा जिले के पास कलात शहर में इन मामलों का पता चला। नियाजी ने बताया, ‘‘नमूने रावलपिंडी में राष्ट्रीय हृदय रोग संस्थान (एनआईएचडी) को ओमीक्रोन स्वरूप की मौजूदगी की पुष्टि के लिए भेजे गए हैं।’’
बलूचिस्तान प्रांत में पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 19 नए मामले आए। प्रांत में संक्रमितों की कुल संख्या 33,606 और मृतक संख्या 363 हो गई है। पाकिस्तान में ओमीक्रोन के अब तक दो मामलों की पुष्टि हुई है। ये दोनों मामले कराची से आए थे।
संघीय योजना मंत्री असद उमर और स्वास्थ्य पर प्रधानमंत्री के विशेष सहायक डॉ फैसल सुल्तान ने पिछले महीने कहा था कि ओमीक्रोन स्वरूप का मामला कभी ना कभी आएगा ही और इसे रोकना संभव नहीं है। खतरे को कम करने के लिए टीकाकरण को प्रभावी उपाय बताते हुए उमर ने कहा था,
‘‘वायरस का यह स्वरूप दुनिया भर में फैल चुका है। दुनिया आपस में जुड़ी हुई है और इसे रोकना मुमकिन नहीं है। देखना होगा कि कब यह पहुंचता है।’’
पाकिस्तान ने नए स्वरूप के खतरे के मद्देनजर 27 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका, लेसोथो, इस्वातिनी, मोजाम्बिक, बोत्सवाना, नामीबिया और हांगकांग से यात्रा पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया। बाद में नौ और देशों-क्रोएशिया, हंगरी, नीदरलैंड, यूक्रेन,
आयरलैंड, स्लोवेनिया, वियतनाम, पोलैंड और जिम्बाब्वे के लिए प्रतिबंध को बढ़ा दिया गया था। पाकिस्तान में कोरोना वायरस संक्रमण के अब तक 1,292,047 मामले आ चुके हैं तथा 28,892 लोगों की मौत हुई है।