नई दिल्ली : देश के उत्तरी और पश्चिमी क्षेत्रों में बढ़ती परिचालनिक संवेदनशीलता के बीच भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) ने बड़ा कदम उठाते हुए 32 हवाई अड्डों को 14 मई की रात तक नागरिक उड़ानों के लिए अस्थायी रूप से बंद करने की घोषणा की है।
यह निर्णय 9 मई से प्रभावी है और इसका उद्देश्य हवाई सुरक्षा बनाए रखना और क्षेत्रीय तनाव के बीच जोखिम को कम करना है। इसके साथ ही, दिल्ली और मुंबई उड़ान सूचना क्षेत्रों (FIR) के भीतर स्थित 25 हवाई मार्ग खंडों को भी इसी अवधि तक निलंबित कर दिया गया है।
प्राधिकरण ने ‘नोटम’ (Notice to Airmen) के माध्यम से स्पष्ट किया है कि यह निर्णय पूरी तरह से परिचालनात्मक है और इसकी निगरानी संबद्ध एटीसी इकाइयों द्वारा की जा रही है। प्रभावित हवाई अड्डों में जम्मू, श्रीनगर, चंडीगढ़, जोधपुर, भुज, अमृतसर, लेह, पठानकोट जैसे रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण स्थान शामिल हैं, जहां नागरिक उड़ानें पूरी तरह रोक दी गई हैं।
1. अधमपुर
2. अम्बाला
3. अमृतसर
4. अवंतीपुर
5. बठिंडा
6. भुज
7. बीकानेर
8. चंडीगढ़
9. हलवारा
10. हिंडन
11.जैसलमेर
12. जम्मू
13. जामनगर
14. जोधपुर
15. कांडला
16. कांगड़ा (गग्गल)
17. केशोद
18. किशनगढ़
19. कुल्लू मनाली (भुंतर)
20. लेह
21. लुधियाना
22. मुंद्रा
23. नलिया
24. पठानकोट
25.पटियाला
26. पोरबंदर
27. राजकोट (हीरासर)
28.सरसावा
29. शिमला
30. श्रीनगर
31. थोइस
32. उत्तरलाई

इसके अतिरिक्त, दिल्ली-मुंबई FIR में 25 ATS रूट भी अस्थायी रूप से बंद रहेंगे, जो कि 15 मई सुबह तक लागू रहेंगे। ये रूट जमीन से असीमित ऊँचाई तक की उड़ानों पर प्रभाव डालते हैं।
फ्लाइट ऑपरेटरों और एयरलाइंस को सलाह दी गई है कि वे मौजूदा हवाई परामर्शों के अनुसार वैकल्पिक मार्गों की योजना बनाएं ताकि यात्रियों को कम से कम असुविधा हो और उड़ानों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। इससे पहले 2025 में ऐसी अस्थायी रोक सीमित स्तर पर देखी गई थी, लेकिन इस बार यह व्यापक और समन्वित रूप से लागू की गई है।
सभी प्रमुख एयरलाइनों ने यात्रियों को रद्द या पुनर्निर्धारित उड़ानों की सूचना भेजना शुरू कर दिया है। यात्रियों से अपील की गई है कि वे यात्रा से पहले अपनी उड़ानों की स्थिति की पुष्टि करें।