Datia News : दतिया। दतिया जिला अस्पताल के 55 फर्जी कर्मचारी पकड़ में आए हैं। जिनके दस्तावेजों को तीन दिन में स्वास्थ्य विभाग भोपाल ने मांगा है। ताकि उनका मिलान कर जांच की जा सके। इन कर्मचारियों में एएनएम, एमपीडब्ल्यू और संगणक जैसे स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के पदों पर इन कर्मचारियों की पदस्थि की गई थी। मप्र लोकायुक्त में इस मामले की शिकायत की गई थी। जिसके बाद 2016 में फर्जी ट्रांसफर आदेशों पर नौकरी करने वाले 119 कर्मचारियों की सूची तैयार की गई।
इनमें दतिया जिले के 64 संदिग्धों के दस्तावेजों की जांच की गई तो 55 फर्जी कर्मचारी पकड़ में आ गए। स्वास्थ्य विभाग भोपाल ने अब इन कर्मचारियों के नियुक्ति, परीवीक्षा अवधि, ट्रांसफर, रिलीविंग और कार्यभार ग्रहण करने संबंधी आदेशों की काॅपी मांगी है। यह सभी दस्तावेज तीन दिन में न मिलने पर कार्रवाई की बता भी कही गई है।
तत्कालीन स्वास्थ्य आयुक्त ने की थी जांच : सूत्रों के मुताबिक स्वास्थ्य विभाग में करीब सात साल पहले स्वास्थ्य संचालनालय से स्थानांतरण के फर्जी आदेश जारी कर संबंधित जिले में कर्मचारियों को ज्वाइन करा दिया गया। इस फर्जीवाड़े में कुछ जिलों में स्वीकृत पदों से ज्यादा कर्मचारी पदस्थ हो गए।
जिसकी शिकायतें तत्कालीन स्वास्थ्य संचालक और अधिकारियों, कर्मचारियाें से की गई। लेकिन मामला ठंडे बस्ते में पड़ा रहा। इसके बाद तत्कालीन स्वास्थ्य आयुक्त ने इन फर्जी नियुक्तियों की जांच कराई तो बड़े पैमाने पर फर्जीवाडा सामने आया।
दतिया जिला अस्पताल में आई थी लोकायुक्त टीम : वर्ष 2010-11 में दतिया जिला चिकित्सालय में 50 पदों पर नियुक्तियां की गई थीं। बाद में इस मामले में पता चला कि यूनिक आइडी के माध्यम ये भर्तियां फर्जी तरीके से हुई हैं। यह सभी नियुक्तियां भोपाल में हुई थीं।
इन नियुक्तियों के बाद उनकी पदस्थापना दतिया में विभिन्न पदों पर कर दी गई। इस मामले की जांच के संबंध में भोपाल लोकायुक्त टीम ने दतिया के सीएमएचओ कार्यालय से संबंधित फाइलों की जांच की थी। संबंधितांे के बयान लेकर लोकायुक्त टीम कई दस्तावेज जब्त कर ले गई थी।