नई दिल्ली : भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने मंगलवार को राजधानी नई दिल्ली में आयोजित भव्य समारोह में 71वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार विजेताओं को सम्मानित किया। इस अवसर पर मशहूर अभिनेता मोहनलाल को वर्ष 2023 का दादा साहब फाल्के पुरस्कार प्रदान किया गया। इसके साथ ही शाहरुख खान, आलिया भट्ट और कई अन्य सितारों को भी विभिन्न श्रेणियों में सम्मानित किया गया।
राष्ट्रपति का संबोधन : समारोह को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा कि भारतीय सिनेमा सिर्फ मनोरंजन का माध्यम नहीं है, बल्कि समाज में जागरूकता बढ़ाने और नागरिकों को संवेदनशील बनाने का भी एक सशक्त साधन है। उन्होंने कहा, “किसी भी फिल्म के लिए लोकप्रियता अच्छी बात हो सकती है, लेकिन जनहित में होना, विशेषकर युवा पीढ़ी के लिए, उससे भी बेहतर है।”
राष्ट्रपति ने महिला-केंद्रित फिल्मों की सराहना करते हुए कहा कि वर्तमान समय में महिलाएँ गरीबी, पितृसत्ता और सामाजिक पूर्वाग्रहों से जूझ रही हैं। ऐसे में उनके संघर्ष और साहस को दर्शाने वाली फ़िल्में समाज को नई दिशा देती हैं।
मोहनलाल और शाहरुख खान की उपलब्धि : मलयालम सिनेमा के दिग्गज अभिनेता मोहनलाल को उनके चार दशक लंबे शानदार फिल्मी करियर और विविध भूमिकाओं में अद्वितीय योगदान के लिए दादा साहब फाल्के पुरस्कार से नवाजा गया। राष्ट्रपति ने कहा कि मोहनलाल ने कोमल से कठोर भावनाओं को सहजता से पर्दे पर उतारकर एक संपूर्ण अभिनेता की छवि बनाई है।
वहीं, बॉलीवुड के बादशाह शाहरुख खान को भी उनकी हालिया सुपरहिट फिल्मों और भारतीय सिनेमा को वैश्विक पहचान दिलाने में योगदान के लिए विशेष सम्मान मिला।
भारतीय सिनेमा की वैश्विक पहचान : राष्ट्रपति ने इस बात पर बल दिया कि दुनिया का सबसे बड़ा फिल्म उद्योग अपनी विविधता और कलात्मकता के जरिए विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र का प्रतिनिधित्व करता है। उन्होंने फिल्म निर्माताओं से आह्वान किया कि भारतीय सिनेमा को वैश्विक स्तर पर और अधिक पहचान दिलाने के लिए निरंतर प्रयास किए जाएं।


