दतिया । अपराधियों को पकड़ने के लिए अपराधों की विवेचना और उसके बारे में साक्ष्य जुटाने की प्रक्रिया की समझ बहुत आवश्यक हाेती है। इसके बारे में जानकारी देने के लिए ही प्रशिक्षण का अायोजन किया गया है। यह बात पुलिस अधीक्षक अमन सिंह राठौड ने बुधवार को पुलिस लाइन दतिया में आयोजित विवेचना एवं अनुसंधान प्रशिक्षण के समापन अवसर पर कही।
उन्होंने कहाकि नई जिम्मेदारियों को सभी पदोन्नत कार्यवाहक सहायक उपनिरीक्षक एवं प्रधान आरक्षक पूरी मेहनत और लग्न के साथ निभाएं। ताकि पुलिस के प्रति आमजन में और अधिक विश्वास बढ़े। पुलिस अधीक्षक राठौड ने कहाकि प्रशिक्षण के माध्यम से कई जानकारियां भी सीखने को मिलती हैं। इसे सिर्फ औपचारिकता न मानें बल्कि वरिष्ठ अधिकारियों व अनुसंधान विशेषज्ञों द्वारा बताई जा रही हर छोटी-बड़ी जानकारी को समझें और अपने प्रश्नों का हल ढूंढे।
उल्लेखनीय है कि दतिया जिले में हाल ही में पदोन्नति हुए 67 कार्यवाहक सउनि एवं 142 कार्यवाहक प्रधान आरक्षकों को विवेचना एवं अनुसंधान का दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसका समापन बुधवार को पुलिस लाइन में हुआ। प्रशिक्षण के दौरान भादवि, दंड प्रक्रिया संहिता, साक्ष्य अधिनियम, महिला एवं अजाक के प्रकरणों की विवेचना के बारे में कार्यवाहक सउनि एवं प्रधान आरक्षकों को प्रशिक्षण दिया गया।
प्रशिक्षण के अंतिम दिन समापन अवसर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कमल मौर्य, अनुविभागीय अधिकारी पुलिस दतिया सुमित अग्रवाल, बड़ोनी उपेंद्र दीक्षित, एफसएल अधिकारी सतीश मान, रक्षित निरीक्षक रविकांत शर्मा के द्वारा भी प्रशिक्षण को लेकर आवश्यक जानकारियां दी गई।
प्रशिक्षण के प्रथम दिन भी कार्यवाहक सउनि और प्रधान आरक्षकों को अनुसंधान करने के तरीके और विवेचना के बारे में बारीकियांे से अवगत कराया गया। पुलिस कर्मचारियों को अपराधियों तक कैसे पहुंचा जाएं, इसके बारे में भी जानकारी दी गई। दो दिवसीय प्रशिक्षण को लेकर वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को भी दायित्व सौंपा गया था। जिन्होंने पुलिस कर्मियों को प्रशिक्षण दिया।