इंदौर. मध्यप्रदेश के इंदौर में जिला स्वास्थ्य कार्यालय ने कम असरदारपादिड एंटीजन टेस्ट पर भरोसा करने का फैसला किया है। 15-24 नवंबर के बीच दस दिनों में मध्यप्रदेश में कोरोना पॉजिटिन और सक्रिय मामलों में तेजी से गिरावट देखी गई। 15-24 अक्टूबर के बीच अपप्रिड एंटीजन टेस्ट में वृद्धि हुई है।
5-14 अक्टूबर की तुलना में 15-24 नवंबर के बीच टेस्टिंग क्षमता में 119.13 प्रति की वृद्धि हुई। जिला नोडल अधिकारी डॉ। अमित ग्रंथकर का कहना है कि पिछले कुछ हफ्तों में राज्य सरकार के आदेश के बाद स्वास्थ्य अधिकारियों ने सैंपलिंग की संख्या बढ़ा दी है।
जिला प्राधिकरणों ने हर दिन 4,000 लोगों का परीक्षण करने के निर्देश दिए हैं। इसी के बीच सैंपल इकट्ठा करने वाले और टेस्टिंग देखने वाले स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की गई। डॉ। मालाकार ने बताया कि सभी कर्मचारियों को सैंपलिंग की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं।
डॉ। मालाकार ने बताया कि ज्यादातर स्थानीय लोग कोरोना का टेस्ट इसी के माध्यम से करा रहे हैं। अगर कोई सिम्प्टोमैटिक व्यक्तिप्रिड एंटीजन टेस्ट में निगेटिव पाया जाता है तो उसके बाद में आरटी-पीसीआर टेस्ट कराया जाता है। 15-24 नवंबर के बीच जिले में सक्रिय मामलों में 35 प्रतिशत की गिरावट देखी गई है और 8.72 प्रतिशत कमी सक्रिय दर में देखी गई है।