महाराष्ट्र । अगर घर बैठे ही शराब मिल जाएं तो पीने वालों की तो बल्ले-बल्ले हो जाएगी। मुंबई में लाकडाउन के दौरान घर बैठे शराब की होम डिलीवरी हो सकेगी। होम डिलेवरी करने वाले डिलीवरी मैन को कोरोना के सभी नियमों का पालन करना जरुरी होगा। बीएमसी के इस फैसले ने उन शौकीन लोगों को राहत दी है जो लाकडाउन लग जाने के बाद शराब के लिए परेशानी झेलते थे। साथ ही शराब के लिए दुकानों के बाहर सोशल डिस्टेंस तोड़ते हुए कतार लगा देते थे। शराब की होम डिलीवरी का संभवत: यह पहला राज्य होगा, जहां इस तरह की सुविधा देने की घोषणा की गई है।
महाराष्ट्र में वीकेंड लॉकडाउन के बीच मुंबई में होम डिलीवरी के जरिए शराब बिक्री की इजाजत दी गई है। बीएमसी ने शराब की दुकानों को लाइसेंस के मुताबिक बिक्री की इजाजत दी है। लेकिन शराब की केवल होम डिलीवरी होगी। बीएमसी ने कहा है कि डिलीवरी सुबह 7 बजे से रात के 8 बजे तक हो सकती है और डिलीवरी करने वाले कर्मचारियों को कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पूरी तरह पालन करना होगा।
महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को नियंत्रित करने के लिए वीकेंड लॉकडाउन लगाया गया है। मुंबई, पुणे, औरंगाबाद और नागपुर समेत राज्य के अधिकतर हिस्सों में सड़कें और बाजार सुने पड़े हैं। बहरहाल, राजधानी मुंबई के कुछ बाजारों समेत राज्य के कुछ स्थानों पर लोगों को एक ही जगह पर बड़ी संख्या में जमा होकर दूरी और अन्य नियमों को तोड़ते देखा गया।
राज्य में पहला वीकेंड लॉकडाउन शुक्रवार रात 8 बजे शुरू हुआ और यह सोमवार सुबह 7 बजे तक जारी रहेगा। वीकेंड पर लॉकडाउन लगाने की घोषणा रविवार को की गई थी और राज्य सरकार ने सप्ताह के अन्य दिवसों में नाइट कर्फ्यू और दिन में निषेधात्मक आदेश लागू करने का ऐलान किया था। यह सब ब्रेक द चेन कोविड-19 कार्य योजना का हिस्सा है। सप्ताहांत पर लॉकडाउन और अन्य पाबंदियां 30 अप्रैल तक जारी रहेंगी।
देश की आर्थिक राजधानी में दक्षिण मुंबई जैसे कुछ इलाके तो लॉकडाउन के कारण पूरी तरह से सुनसान पड़े रहे, लेकिन मध्य मुंबई के बाजारों में और शहर के पूर्वी हिस्से के कुछ उपनगरों में कुछ लोग घरों से बाहर निकले और उन्होंने कुछ स्थानों पर भीड़ भी लगाई। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि दादर सब्जी मंडी में बड़ी संख्या में लोग देखे गए और उनमें से कई ने तो मास्क भी नहीं लगाया हुआ था। शहर के कई स्थानों पर लोग शराब की दुकानों के बाहर कतारें लगाए देखे गए।