दतिया। रविवार सुबह नगर में कोरोना कर्फ़्यू के दौरान जायजा लेने निकले एसडीओपी, तहसीलदार, बीएमओ की टीम ने राजमाता चौराहे के पास स्थित साहू क्लीनिक का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान वहां हाेम्योपैथी क्लीनिक में एलोपैथी चिकित्सा पद्धति से रोगियों का उपचार होता मिला। जिस वक्त यह टीम पहुंची वहां कुल आठ मरीज थे, जिनमें से कुछ लोगों को ड्रिप भी चढ़ रही थी। टीम को देखकर उपचाराधीन मरीजों में हड़कंप सा मच गया और वे घबराकर बाहर भागने लगे।
अधिकारियों को देख घबराहट में मरीजों ने खुद ही ड्रिप की सुई खींच ली और भागने लगे। इस दौरान एसडीओपी ने इन मरीजों को रुकने के लिए कहा लेकिन वे नहीं रुके। इसके बाद टीम द्वारा क्लीनिक संचालक चतुर्भुज साहू से इस मामले में जानकारी ली गई तो पता चला कि उन्होंने एलोपैथी चिकित्सा पद्धति से उपचार के लिए अनुमति प्राप्त की हुई थी, जो बस नाम की थी।
इसकी आड़ में वह एलोपैथी चिकित्सा पद्धति से ही रोगियों का उपचार करता था। इसके लिए वह प्रति रोगी तीस रुपये फीस वसूलता था तथा अधिक मुनाफा कमाने की चाह में उसने क्लीनिक में ही बाहर की तरफ मेडिकल स्टोर संचालित कर रखा था। जहां ये मरीजों को दवाईयां भी बेचता था। इस मामले को गंभीर मानते हुए बीएमओ डा.आरएस परिहार ने उक्त क्लीनिक को सील करवा दिया।
मालूम हो कि पूर्व में भी यह क्लीनिक सील किया जा चुका है। लेकिन क्लीनिक संचालक अपने रसूख के चलते हर बार क्लीनिक खुलवा लेते है। क्लीनिक सील करने की कार्रवाई के दौरान एसडीओपी मोहित कुमार यादव, तहसीलदार सूर्यकांत त्रिपाठी, बीएमओ डा.आरएस परिहार, नायब तहसीलदार शिवशंकर सिंह गुर्जर, थाना प्रभारी विजय लोधी, पटवारी मुकेश कुमार साध्या आदि मौजूद रहे।