दतिया। 22 अप्रैल गुरूवार से दतिया में टोटल लॉकडाउन हो जाएगा । इस दौरान सब्जी, दूध, दही की दुकानें भी बंद रहेगी। सिर्फ होम डिलेवरी से ही दूध, दही और सब्जी घर-घर पहुंचाई जाएगी। लोगों का आवागमन पर भी पूर्णतः प्रतिबंध रहेगा। इस संबंध में सोमवार देर शाम कलेक्टर ने आदेश जारी कर दिए। अभी तक कोरोना कर्फ्यू के दौरान लाेगों को आवश्यक कामकाज के लिए निकलने की छूट थी।
साथ ही सुबह और शाम दूध की दुकान ख्ुल रही थीं और सुबह तीन घंटे सब्जी मंडी भी लग रही थी। लेकिन 22 अप्रेल के बाद टोटल लाॅकडाउन में यह छूट भी खत्म कर दी जाएगी। इस आदेश के पालन से पूर्व दो दिन 20 और 21 अप्रेल को पूर्व की तरह सब्जी और दूध की दुकानें खोली जाएंगी। उसके बाद 22 अप्रेल से टोटल लॉकडाउन लागू हो जाएगा। 22 अप्रैल से आगामी आदेश तक सब्जी तथा फल की दुकानें बंद रहेगी लेकिन इस अवधि में कुछ चिन्हित सब्जी व्यापारियों द्वारा सब्जियों के कांबों पैक नियत दाम पर आॅटो आदि के माध्यम से घर पर जाकर विक्रय कर सकेंगे। जबकि दुकानों से, ठेले एवं खैरीज तथा थोक विक्रेताओं द्वारा विक्रय प्रतिबंध रहेगा। आवागमन पूर्णतः प्रतिबंध रहेगा।
लोगों के निकलने पर रहेगा प्रतिबंध
कलेक्टर ने कोरोना संक्रमण की समीक्षा करते हुए सभी अनुविभागीय दंडाधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए लोगों के आवागमन पर पूर्णतः प्रतिबंध लगाया जाएं। अनावश्यक रूप से घूमते पाए जाने पर उन्हें खुले जेल में रखने की भी व्यवस्था करें। कलेक्टर ने उक्ताशय के निर्देश सोमवार को जिले के सभी अनुविभागीय दंडाधिकारी एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारियों की आयोजित बैठक में दिए।
बिना अनुमति शादी कराने वाले पंडित-काजी की खैर नहीं
कलेक्टर ने बैठक में कहाकि जिले में कोरोना के बढ़ते प्रकरणों को देखते हुए शादी एवं अन्य समारोह सामान्य स्थिति होने तक पूर्णतः बंद रहेंगे। शादी समारोह में निगरानी रखने के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों की जबावदेही सुनिश्चित की गई है। उन्होंने कहा कि शादी समारोह आयोजन की सूचना मिलने पर बैंडबाजे, घोड़ी वाले, पंड़ित काजी पुरोहित एवं शादी के आमंत्रण पत्र छापने वाले प्रिटिंग प्रेस के विरूद्ध पुलिस में एफआई दर्ज कराई जाएगी।
शादी समारोह में आने वालों की होगी जांच
शादी समारोह एवं कुंभ से लौटकर आने वाले लोगों की भी जिले की सीमाओं पर बनाए गए नाकों पर जांच की जाएगी। उन्होंने सभी एसडीएम को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने माध्यम से लोगों को समझाईश दें कि कोरोना के बढ़ते हुए संक्रमण को देखते हुए शादी समारोह की तिथियां सामान्य स्थिति होने तक स्थगित रखें। उन्होंने सभी जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह भी अपने-अपने ग्रामीण क्षेत्रों में भी पुर्नवास केन्द्र एवं कोरंटाईन सेंटरों को चिन्हित कर उनमें व्यवस्थाएं सुनिश्चित करें। इन केन्द्रों पर हैंडवाॅश, सेनेटाईजर, चादर, पानी आदि मूलभूत सुविधाएं सुनिश्चित की जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि ऐसे क्षेत्र जहां कोरोना के संक्रमण के प्रकरण अधिक आए हैं उन क्षेत्रों पर विशेष फोकस किया जाए।