दतिया. पंडोखर थाना पुलिस ने कांग्रेस के कार्यवाहक जिलाध्यक्ष और जिला पंचायत सदस्य के खिलाफ आपराधिक अवधि निरोधात्मक क्या किया बुधवार को कांग्रेस ने एसपी कार्यालय का घेराव कर दिया। प्रदर्शन में विधायक घनश्याम सिंह और कांग्रेस प्रत्याशी सहित अन्य कांग्रेस नेता शामिल रहे। कांग्रेस ने थाना प्रभारी को हटाने, एफआईआर से कांग्रेस नेता का नाम हटाने वाली निष्पक्ष जांच की मांग की है। कांंग्रेस ने इस संबंध में निर्वाचन आयोग को शिकायत भेजी है।
पंडोखर थाना क्षेत्र के ग्राम पुरा दबोह में विगत २६ अक्टूबर की रात दो पक्षों में विवाद हुआ। विवाद का कारण दोनों पक्षों में पुरानी रंजिश है। रंजिश के चलते दोनों पक्षों में मारपीट हुई। इस मामले में पंडोखर पुलिस ने दोनों पक्षों के खिलाफ क्रॉस प्रकरण पंजीबद्ध किया है। घटना की रिपोर्ट 2७ अक्टूबर की शाम को दर्ज हुई। पुलिस ने इस मामले में एक पक्ष से रविंद्र पुत्र रणधीर सिंह गुर्जर की रिपोर्ट पर जयंहिंद परिहार, भोगीराम परिहार, रामसिंदूर गुर्जर निवासी पुरा दबोह और जिला पंचायत सदस्य रामकिंकर सिंह गुर्जर निवासी पूरनपुरा थाना गोंडा के खिलाफ घर में घुस कर मारपीट करने सहित अन्य वारदातों को अंजाम दिया। के तहत मामला नियमबद्ध किया गया है।
वहीं दूसरे पक्ष से जयहिंद पुत्र करण सिंह परिहार की रिपोर्ट पर रविंद्र, राजू, गुलाब और संतून गुर्जर निवासीगण पुरा दबोह के खिलाफ एससीएसटी एक्ट सहित अन्य धाराओं के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया गया।रामलीला गए थे गुर्जर कांग्रेस के नेताओं ने बुधवार को एफआईआर में कांग्रेस नेता रामकिंकर सिंह गुर्जर का नाम शामिल किए जाने पर एस पी आफिस का घेराव कर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की।
कांग्रेस नेताओं ने इस संबंध में मुख्य निर्वाचन आयुक्त के नाम एएसपी कमल सिंह मौर्य को दिए गए आवेदन में बताया है कि पुलिस ने जो दिन रिपोर्ट में दर्ज किया है, उस समय जिला पंचायत सदस्य रामकिंकर सिंह गुर्जर ग्राम मुरगुवां थाप इंदरगढ़ में आयोजित रामलीला कार्यक्रम में मौजूद थे। मुख्य निर्वाचन आयुक्त को भेजी शिकायत में आरोप लगाया गया है कि पंडोखर थाना प्रभारी विजय लोधी सहित तीन थाना प्रभारी भाजपा के पक्ष में काम कर रहे हैं। इस संबंध में प्रत्याशी द्वारा आयोग को शिकायत किए जाने पर पंडोखर थाना प्रभारी ने विरोधी पक्ष से सांठगांठ कर गुर्जर के खिलाफ प्रकरण पंजीबद्ध किया है। कांग्रेस ने एफआईआर से गुर्जर का नाम हटाने, थाना प्रभारी को हटाए जाने और मामले की निष्पक्ष जांच कराए जाने की मांग की।