अलीगढ़ : जहरीली शराब से मौत का सिलसिला थमने के बजाय ग्रामीण क्षेत्र से शहर की तरफ बढ़ गया है। पिछले 24 घंटों में 14 मौतें हुई हैं, जिनमें नौ लोगों की मौत शहर में हुई है। आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही पुलिस ने एक फैक्ट्री को सील किया है, जिससे जहरीली शराब बनाने के लिए केमिकल की सप्लाई की जा रही थी। इस बीच, सरकार का रुख सख्त हो गया है।
जिला स्तर के पांच अधिकारियों व कर्मचारियों के निलंबन के बाद सोमवार को संयुक्त आबकारी आयुक्त, आगरा जोन रवि शंकर पाठक व उप आबकारी आयुक्त ओपी सिंह को भी निलंबित कर दिया। इनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी होगी। पाठक का अतिरिक्त कार्यभार संयुक्त आबकारी आयुक्त लखनऊ धीरज सिंह व ओपी सिंह का प्रभार उप आबकारी आयुक्त आगरा विजय कुमार मिश्र को सौंपा गया है। वहीं, गभाना के सीओ कर्मवीर को निलंबित कर दिया गया है।
जहरीली शराब के कारण गुरुवार रात से शुरू हुई मरने वालों की संख्या 85 तक पहुंच गई है। इनका पोस्टमार्टम हो चुका है। अभी कई लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है। प्रशासन ने 25 लोगों के मरने की पुष्टि की है। इसके अलावा गुरुवार से अब तक 28 लोगों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हुई है। शवों का बिना पोस्टमार्टम अंतिम संस्कार किया जा चुका है।
इनके स्वजन का दावा है कि जहरीली शराब पीने से मौत हुई है। जहरीली शराब के कारोबारियों की गिरफ्तारी के लिए आबकारी विभाग व पुलिस की टीम लगातार छापेमारी कर रही है। गैंग का सरगना 50 हजार का इनामी ऋषि शर्मा की तलाश में आसपास के जिलों में भी दबिश दी गई है। इसके साथी 50 हजार के इनामी विपिन यादव उर्फ ओमवीर की गिरफ्तारी के बाद पुलिस को कई अहम सुराग हाथ लगे हैं। इसी की निशानदेही पर अकराबाद की अवैध फैक्ट्री तक पुलिस पहुंची थी। टीम ने तालानगरी स्थित मै. वरदान इंक एंड साल्वेंट प्राइवेट लिमिटेड पर छापेमारी की।
वहां से पुलिस को 203 ड्रम मिले। इनमें कई ड्रम में एथाइल रेक्टीफाइड स्प्िरट पाया गया। कुछ ड्रमों में जानलेवा केमिकल भी बताया जा रहा है। केमिकल के संबंध में फैक्ट्री मालिक कोई दस्तावेज नहीं दिखा सका। आबकारी अधिकारी अवनीश पांडेय ने फैक्ट्री मालिक विजेंद्र कपूर और सुमित के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है।