नई दिल्ली : 12वीं की बोर्ड परीक्षा रद होने के बाद छात्रों की निगाहें अब केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के आकलन के फार्मूले और रिजल्ट घोषित होने की तारीख पर टिकी हैं। हालांकि इस बीच सीबीएसई ने जो संकेत दिए हैं, उसके तहत 12वीं के छात्रों के आकलन का फार्मूला 10वीं के फार्मूले से ज्यादा व्यापक होगा। यह फार्मूला अगले एक-दो दिनों दिनों में घोषित हो सकता है। वहीं रिजल्ट भी जुलाई तक आने की संभावना है।
केंद्र सरकार की ओर से मंगलवार को केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की 12वीं की परीक्षाएं रद करने की घोषणा के साथ ही बोर्ड से मूल्यांकन के लिए समयबद्ध तरीके से बेहतर मानदंड तैयार करने को कहा है, जिसके आधार पर परिणाम जारी किया जा सके।
सूत्रों के मुताबिक सीबीएसई 12वीं के मूल्यांकन के लिए 10वीं के परिणामों और 12वीं की प्री-बोर्ड, अर्धवार्षिक और यूनिट परीक्षाओं को आधार बनाया जा सकता है। 12वीं की तीन प्री-बोर्ड परीक्षाओं में, जिसमें सबसे बेहतर अंक होंगे उसे ही आधार माना जाएगा।
इसके साथ ही जिन कालेजों में प्रैक्टिकल हो गए हैं उनके वही अंक जोड़े जाएंगे जो मिले हैं। लेकिन जहां प्रैक्टिकल नहीं हुए वहां फार्मूले के आधार पर आकलन होगा।
नौवीं-11वीं के परिणाम शामिल करने पर असमंजस : मूल्यांकन में कक्षा नौ और 11वीं के परिणामों को शामिल करने को लेकर फिलहाल असमंजस की स्थिति है।
सीबीएसई के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक बोर्ड के पास केवल 10वीं के परिणामों का ही डाटा है। ऐसे में नौवीं और 11वीं के अंकों को 12वीं के मूल्यांकन में शामिल करने में परेशानी हो रही है।
जल्द जारी हो सकता मूल्यांकन को लेकर आधिकारिक परिपत्र सीबीएसई की तरफ से मूल्यांकन को लेकर तैयार किए जा रहे मापदंडों को अगले सप्ताह तक सार्वजनिक किया जा सकता है।
इसके बाद सभी स्कूल 12वीं के छात्रों का परिणाम तैयार करने में जुट जाएंगे। जिन छात्रों को सीबीएसई के फार्मूले पर तैयार किए जा रहे परिणाम से संतुष्टि नहीं होगी, उन्हें परीक्षा में बैठने का विकल्प भी दिया जाएगा