जयपुर । राजस्थान के दो मंत्री, मंत्रिमंडल की बैठक में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सामने ही भिड़ गए। इतना ही नहीं दोनों ने एक-दूसरे को देख लेने की धमकी तक दे डाली। जानकारी के अनुसार बुधवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की बैठक हुई थी। बैठक में जब वैक्सीनेशन के मुद्दे पर केंद्र सरकार को घेरने की बात पर चर्चा चल रही थी तो प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष व शिक्षामंत्री गोविंद सिंह डोटासरा और संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल भिड़ गए। दोनों में तकरार इतनी बढ़ी कि उनको शांत कराने के लिए मुख्यमंत्री सहित कई मंत्रियों को हस्तक्षेप करना पड़ा।
डोटासरा बैठक छोड़कर जाने लगे तो उन्हें अन्य मंत्रियों ने किसी तरह मनाकर बैठाया। बताया जाता है कि डोटासरा ने वैक्सीनेशन के मामले में चार जून को राष्ट्रपति के नाम जिला कलेक्टरों को ज्ञापन देने की बात कही तो धारीवाल ने उन्हें टोक दिया। धारीवाल ने कहा कि कलेक्टरों को तो वैक्सीन हम देते हैं, ऐसे में हमें सीधा राष्ट्रपति को ज्ञापन देना चाहिए। इस पर डोटासरा ने कहा कि अभी तक मेरी बात समाप्त नहीं हुई है। इसलिए आप बीच में टोका-टाकी नहीं करें। इस पर धारीवाल ने कहा कि मैं सही कह रहा हूं।
डोटासरा ने खुद को प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष बताते हुए कहा कि संगठन की तरफ से जो मैं कहूंगा वही करना होगा। डोटासरा ने धारीवाल की पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से शिकायत करने की बात कही। हालांकि बाद में मुख्यमंत्री ने डोटासरा को अपनी बात पूरी करने के लिए कहा तब मामला शांत हुआ । लेकिन बैठक से बाहर आए मंत्री फिर आमने-सामने हो गए। जिन्हें अन्य मंत्रियों ने मुश्किल से शांत करवाया।
केंद्र सरकार की तरफ से मांग के अनुसार कोरोना वैक्सीन नहीं मिलने और निशुल्क वैक्सीन उपलब्ध कराने के मुद्दे को लेकर कांग्रेस शुक्रवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के नाम जिला कलेक्टरों को ज्ञापन देगी। केंद्र को घेरने के मुद्दे पर कांग्रेस में एक राय नहीं दिखी । इधर महंगाई के मुद्दे पर केंद्र की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार को घेरने को लेकर राजस्थान कांग्रेस में एक राय नहीं है। मुख्यमंत्री और डोटासरा ने तो महंगाई व वैक्सीनेशन के मुद्दे पर केंद्र सरकार के खिलाफ ट्वीट किए। लेकिन कुछ मंत्रियों, विधायकों व पार्टी नेताओं ने इंटरनेट मीडिया पर कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई । इस पर डोटासरा ने मुख्यमंत्री के समक्ष नाराजगी जताते हुए कहा कि मंत्रियों व विधायकों का प्रदेश कांग्रेस के अभियान में दिलचस्पी नहीं लेना ठीक नहीं है। उन्हें संगठन के निर्देशों की पालना के लिए कहा जाना चाहिए ।