Datia News : दतिया । जिला अस्पताल के ट्रामा सेंटर से इंजेक्शन व दवाइयां चोरी करते हुए एक निजी हॉस्पिटल का कर्मचारी पकड़ा गया है। जानकारी के अनुसार युवक अस्पताल के ट्रामा सेंटर से आधी रात में इंजेक्शन व दवाइयां चोरी करके ले जा रहा था, तभी जिला अस्पताल के कर्मचारियों ने उसे पकड़ लिया। इसके बाद उसे पुलिस को सुपर्द कर दिया। युवक ने अपना नाम टिंकू परिहार निवासी अमन कॉलोनी बताया है। इस युवक ने बताया कि वह दतिया में संचालित एक निजी हॉस्पिटल का कर्मचारी है।
अस्पताल के कर्मचारियों ने युवक की तलाशी ली तो उसके थैले और गाड़ी स्कूटी से दवाईयां व इंजेक्शन भी बरामद किए गए। पहले भी अस्पताल में चोरी की घटनाएं हो चुकी है। घटना के बाद अस्पताल के कर्मचारियों ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची डायल 100 आरोपित को कोतवाली थाने लेकर आ गई। इसके बाद जिला अस्पताल से किसी भी शिकायतकर्ता के नहीं पहंुचने पर पुलिस ने उस युवक को छोड़ दिया।
इस मामले में सिविल सर्जन डा. केसी राठौर का कहना कि नाइट ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर को एफआईआर दर्ज कराने के लिए कहा था, लेकिन ड्यूटी होने के कारण वे थाने नहीं जा सके। उन्हें जल्द ही थाने भेजकर संबंधित के खिलाफ मामला दर्ज कराया जाएगा। इधर अस्पताल प्रबंधन द्वारा दवाई चोर के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराने में देरी को लेकर तमाम तरह के आरोप लगाए जाने लगे हैं। साथ ही इस मामले में मिलीभगत की भी शंका जाहिर की जाने लगी है।
अस्पताल में दवा चोरी की पहले भी हुई थी शिकायत
जिला अस्पताल में दवाईयां और इंजेक्शन चोरी किए जाने को लेकर वरिष्ठ अधिकारियों से शिकायत की जा चुकी हैं। लेकिन इस ओर कभी भी गंभीरता से ध्यान नहीं दिया गया। इसके साथ ही सरकारी दवाइयों को निजी चिकित्सक व अस्पतालों में बेचे जाने के आरोप भी लगे थे। जिन पर किसी तरह की जांच नहीं कराई गई। कोरोना काल में इन दिनों शासन स्तर पर जिला अस्पताल में हर तरह की दवाइयां पर्याप्त मात्रा में भेजी जा रही हैं। ऐसे में अस्पताल में घुसकर किसी बाहरी व्यक्ति का चोरी करना बिना मिलीभगत के संभव नहीं है। फिलहाल इस मामले की गहन छानबीन जरुरी मानी जा रही है।
सीसीटीवी में भी आई फुटेज
जिला अस्पताल में दवाइयां और इंजेक्शन चोरी करने वाले युवक की करतूत वहां लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। जिसके फुटेज भी मिले थे। जिसमें युवक अस्पताल से दवाइयां चोरी करता दिखाई दे रहा है। साथ ही उसकी स्कूटी की डिग्गी से भी भारी मात्रा में इंजेक्शन बरामद किए गए। जिन पर सरकारी होने की मुहर लगी थी।