मुरैना : मुरैना में बीते एक महीने से वन विभाग और रेत माफिया के बीच हो रही हवाई फायरिंग शनिवार सुबह जानलेवा साबित हुई। जिले के नगरा थाना क्षेत्र के अमोलपुरा गांव में वनकर्मियों की गोली से एक ग्रामीण की मौत हो गई। मृतक के स्वजन व ग्रामीणों का कहना है कि ग्रामीण सुबह खेत की ओर जा रहा था, तभी वनकर्मियों ने जानबूझकर गोली मार दी।
वहीं, वन विभाग के अफसरों का कहना है कि रेत माफिया व उनके साथियों ने टीम पर जानलेवा हमला किया, जवाबी फायरिंग में यह हादसा हुआ है। घटना के बाद क्षेत्र में क्षेत्र की मुख्य सड़क पर चक्काजाम शुरू हो गया। हंगामा बढ़ते देख पुलिस ने नौ वनकर्मियों पर हत्या, बलवा व अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
वन विभाग की टीम ने शनिवार की सुबह करीब छह बजे चंबल नदी के नगरा घाट से अवैध तरीके से रेत लेकर आ रही ट्रैक्टर-ट्रॉली को पकड़ने के लिए पीछा शुरू किया। ट्रैक्टर-ट्रॉली का ड्राइवर अमोलपुरा गांव में घुस आया। ग्रामीणों के अनुसार वनकर्मियों ने गोलियां चलाना शुरू कर दी।
ग्रामीणों के अनुसार, इसी दौरान अमोलपुरा गांव निवासी 45 वर्षीय महावीर सिंह पुत्र भीकम सिंह तोमर खेत की ओर जा रहा था, उसने गोलियां चला रहे वनकर्मियों को रोकना चाहा। इसी बात पर वनकर्मियों ने उस पर दो गोलियां दाग दीं, जिससे महावीर सिंह की मौके पर ही मौत हो गई।