Datia News : दतिया। गरीबों के हक के राशन की कालाबाजारी प्रशासन के तमाम दावों के बाद भी नहीं रूक पा रही है। इस मामले में जिम्मेदारों की अनदेखी से उचित मूल्य दुकानों के संचालक मनमानी कर रहे हैं। गरीबों को पीडीएस से मिलने वाला राशन बाजार में बेचे जाने का मामला शुक्रवार को सामने आया। जब सेवढ़ा अनुभाग की तहसील इंदरगढ़ में पीडीएस का चावल बाजार में बेचे जाने के लिए एक ऑटो में भरकर लाया जा रहा था।
इस बात की खबर जैसे ही फैली वहां मीडिया का जमावड़ा शुरू हो गया। जिसे देखकर पीडीएस के चावल बेचने आए युवक के हाथ पांव फूल गए और वह आटो में चावल की बोरियां लेकर वापिस लौट गया। बताया जाता है कि ग्राम परसोंदा गूजर के समूह की पीडीएस दुकान का संचालक पंकज गुर्जर शुक्रवार को पीडीएस के चावल से भरी बोरियों को खुले बाजार में बेचने की फिराक में आया था।
इस दौरान वह ऑटो में बोरियां रखे हुए थे और सौदा तय कर रहा था, तभी इस बात की भनक मीडिया को लग गई और हल्ला मचते ही संचालक चावल की बोरियांे से भरे ऑटो को लेकर भाग खड़ा हुआ। इस बात की सूचना तत्काल प्रशासनिक अधिकारियों को दी गई। लेकिन मौके पर कोई जिम्मेदार अधिकारी नहीं पहुंचा। इस पूरे मामले को लेकर किसी प्रशासनिक अधिकारी अभी तक कोई पुष्टि भी नहीं की।
पहले भी पकड़ा गया था गेहूं
गरीबों को मिलने वाले खाद्यान्न की पहले भी कालाबाजारी किए जाने की शिकायतें आती रही है। इंदरगढ़ में ही पहले गेंहूं से भरे वाहन पकड़े गए थे। जिनमें कई दिन तक प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं कर सका था। बाद में किरकिरी होती देख कार्रवाई हाे सकी थी। खाद्यान्न की कालाबाजारी रोकने को लेकर एक तरफ प्रशासन बड़े-बड़े दावे करता है, वहीं इस तरह की घटनाएं बताती हैं कि जिम्मेदार कितने सजग हैं।