हरिद्वार : टिहरी गढ़वाल के एक सिपाही पर हरिद्वार में कुंभ ड्यूटी के दौरान अधेड़ उम्र की महिला संत से दुष्कर्म का आरोप लगा है। सिपाही ने महिला संत के आश्रम में किराये पर कमरा लिया था।
आरोप है कि सिपाही ने एक महीने तक महिला संत के साथ दुष्कर्म किया और मेला संपन्न होने पर जेवरात और 50 हजार की नकदी लेकर फरार हो गया। कोर्ट के आदेश पर श्यामपुर थाने में सिपाही के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
श्यामपुर थाना क्षेत्र के एक आश्रम की संचालिका ने कोर्ट में प्रार्थना पत्र देकर बताया कि कुंभ मेले के दौरान वह चंडीघाट स्थित एक आश्रम में संत समाज से भेंट करने गई थी। तभी कुंभ ड्यूटी पर तैनात देहरादून का रायपुर निवासी पुलिसकर्मी दिलीप सिंह से उनकी मुलाकात हुई थी।
सिपाही ने उनकी जान को खतरा बताते हुए सुरक्षा मुहैया कराने का आश्वासन दिया और आश्रम में अपने लिए किराये पर कमरा मांगा। उन्होंने उसे कमरा किराये पर दे दिया।
आरोप है कि सिपाही ने अकेले होने का फायदा उठाते हुए उनके साथ एक माह तक दुष्कर्म किया और किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी दी। आरोप है कि 26 अप्रैल को पुलिसकर्मी सोने की चेन, कुंडल, अंगूठी, पायल व 50 हजार रुपये की नकदी लेकर फरार हो गया। पुलिस ने शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की तो महिला संत ने कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया।
समझौते के लिए भी पहुंचा सिपाही महिला संत ने बताया कि एसएसपी कार्यालय में शिकायत करने पर प्रार्थना पत्र श्यामपुर थाने पहुंचा और पुलिस ने महिला संत व सिपाही को बुलवाया।
आरोप है कि थाने के पुलिसकर्मियों ने दबाव बनाकर समझौता करा दिया। बाद में कोर्ट के आदेश का पता चला तो आरोपित ने उनके अधिवक्ता से संपर्क साधा और समझौते के लिए आश्रम पहुंच गया।
महिला संत का कहना है कि आरोपित मूलरूप से हिमाचल प्रदेश का निवासी है और देहरादून के रायपुर क्षेत्र में रहता है। आरोपित मुनि की रेती थाने की कैलाश पुलिस चौकी में तैनात है।