लखनऊ : उप्र में जिला पंचायत अध्यक्ष की तरह ही ब्लाक प्रमुख के चुनाव में भी भाजपा का दबदबा कायम रहा। कुल 825 में से 648 सीटों पर भाजपा के प्रत्याशी विजयी हुए हैं। निर्दलीय जीते प्रमुखों के आने पर यह संख्या बढ़ भी सकती है। जिला पंचायतों की तरह ही 85 फीसद से अधिक क्षेत्र पंचायतें भी भगवामय हो गई हैं।
2022 में होने जा रहे विधानसभा चुनाव का सेमीफाइनल माने जा रहे त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों में जिस तरह से भाजपा का विजय रथ दौड़ा है, उसने पार्टी का मनोबल अगले चुनावी संघर्ष के लिए जरूर बढ़ाया है। क्षेत्र पंचायत प्रमुख (ब्लाक प्रमुख) चुनाव के साथ ही त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव शनिवार को पूरे हो गए।
शुक्रवार को नाम वापसी के बाद 349 ब्लाक प्रमुख निर्विरोध निर्वाचित घोषित किए गए थे। इनमें से 334 से अधिक भाजपा के थे। बाकी 476 पदों के लिए शनिवार दोपहर तीन बजे तक मतदान और फिर तुरंत बाद मतगणना हुई। शाम तक सभी सीटों के नतीजे भी आ गए।
परिणाम आना शुरू हुए तो जिला पंचायत की तरह ही क्षेत्र पंचायतों में भी भगवा लहराता चला गया। शाम तक सामने आए परिणामों के आधार पर भाजपा की ओर से सहयोगियों-समर्थकों सहित कुल 825 में से 648 सीटों पर जीत का दावा किया गया।
जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में चली आंधी : इससे पहले जिला पंचायत अध्यक्ष की 75 सीटों पर हुए चुनाव में भी सत्ताधारी दल की आंधी चली और सहयोगी संग 67 सीटें जीतने में कामयाब रहा। उस परिणाम के बाद विपक्षी दलों ने ब्लाक प्रमुख चुनाव के भाजपा के विजय रथ को घेरने की पूरी तैयारी की थी, लेकिन सफलता नहीं मिली।
स्पष्ट संदेश : 2022 में होने से जा रहे विधानसभा चुनाव से पहले हुए त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में भगवा खेमे को मिली प्रचंड जीत के लिए पार्टी जनता में मोदी-योगी सरकार के प्रति विश्वास को वजह बता रही है। अब वह जनता को संदेश देना चाहेगी कि गांव-गांव तक जनता भाजपा के साथ है। सरकार की नीति, संगठन की रणनीति से मिली जीत : योगी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस जीत का श्रेय केंद्र व प्रदेश सरकार की नीति और संगठन की रणनीति को दिया है।
उन्होंने कहा कि ‘सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास’ की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से योजनाएं हर तबके तक बिना भेदभाव के पहुंचीं। उसी का जीवंत उदाहरण त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के यह परिणाम हैं।
शनिवार को मुख्यमंत्री ने भाजपा प्रदेश मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि केंद्रीय नेतृत्व के निर्देशन में प्रदेश सरकार और संगठन ने जनहितकारी योजनाओं को जमीन तक पहुंचाया। उसी की वजह से जनता का रुझान पंचायत चुनावों में भाजपा के पक्ष में रहा। योगी ने कहा कि 735 सीटों पर भाजपा ने प्रत्याशी खड़े किए थे।
14 सीटें अपना दल को दीं और 76 सीटों पर पार्टी के ही कार्यकर्ता आमने-सामने थे, जिन्हें स्वतंत्र छोड़ दिया गया। अब तक पार्टी और सहयोगी दल के मिलाकर 648 प्रत्याशी ब्लाक प्रमुख का चुनाव जीत चुके हैं।
मोदी-योगी की नीति और कार्यकर्ताओं का परिश्रम : स्वतंत्रदेव उत्तर प्रदेश भाजा के अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी की लोकप्रियता व जनकल्याणकारी नीतियों के साथ ही कार्यकर्ताओं के कठिन परिश्रम से यह जीत मिली है।
14 में से नौ पर अपना दल को जीत भाजपा के सहयोगी दल के रूप में अपना दल (एस) ने ब्लाक प्रमुख की 14 सीटों पर चुनाव लड़ा, जिसमें से नौ पर जीत हासिल की है। भाजपा ने 14 जिलों में किया क्लीन स्वीप : ब्लाक प्रमुख के चुनाव में भाजपा ने पूरी रणनीति के साथ काम किया। पार्टी का दावा है कि चौदह जिलों में भाजपा ने विपक्ष को क्लीन स्वीप किया है।