Datia News : दतिया । गृहमंत्री डाॅ. नरोत्तम मिश्रा रविवार को गुप्त नवरात्रि के पहले दिन सुबह पीतांबरा पीठ मंदिर पहुंचे। जहां उन्होंने मंदिर का मुख्य द्वार श्रद्धालुओं के आने-जाने के लिए अपने सामने खुलवाया। हालांकि उनके लिए वीआईपी गेट से जाने की व्यवस्था हमेशा ही रहती है। इसके बावजूद वे मुख्य द्वार पर पहुंचे, जो बंद था।
इसके बाद उन्होंने कलेक्टर संजय कुमार को निर्देश दिया कि भक्तों के लिए मुख्य द्वार से प्रवेश दिया जाए। वह घूम के नहीं जाएंगे। इसके अलावा बड़ी माता मंदिर के पट भी गृहमंत्री के निर्देश के बाद खुलवा दिए गए।
पीतांबरा मंदिर का उत्तर द्वार और मुख्य द्वार दोनों ही अब पूरी तरह से खुल गए है। बता दें कि इसके साथ ही अब पीतांबरा मंदिर पीठ पर किसी रजिस्ट्रेशन की जरुरत नहीं रह गई है। श्रद्धालु सीधे मां पीतांबरा के दर्शन कर सकते हैं।
आषाढ़ की गुप्त नवरात्रि का शुभारंभ रविवार को हो गया है, किंतु कोरोना का साया इस पर भी मंडरा रहा है। इसके चलते श्री पीतांबरा पीठ दर्शानार्थियों की भीड़ रही। रविवार को मंदिर बंद रहता था लेकिन इसे 11 जुलाई को खोल दिया गया। मंदिर पर मात्र दुर्गा शतचंडी के पाठ 9 दिनों तक स्थानीय पंडित पुजारी करेंगे।
इधर दूसरी ओर गृहमंत्री डाॅ. नरोत्तम मिश्रा जब पीतांबरा मंदिर सुबह दर्शन करने पहुंचे, तो मुख्य द्वार बंद होने पर डाॅ. मिश्रा ने जिला प्रशासन को निर्देश दिए कि आज से प्रारंभ हो रही नवरात्रि के पावन अवसर पर मां पीतांबरा पीठ एवं बड़ी माता मंदिर के मुख्य दरवाजे खोल जाएं।
श्रद्धालु माता रानी के दर्शन के लिए अब सीधे जाएंगे। इधर दूसरी ओर बाजार में रविवार को रवि पुष्य की खरीदारी हुई। विशेष मुहुर्त और शादी ब्याह के सीजन के कारण बाजार में भीड़भाड़ रही।
इस बार कोरोना के कारण आषाढ़ नवरात्र गुप्त नवरात्रि पर पीतांबरा मंदिर पर अन्य कोई हवन या अनुष्ठान नहीं होंगे। बता दें कि कोरोना से पूर्व मंदिर पर भव्य आयोजन किए जाते रहे है। इस दौरान यज्ञ तथा अनुष्ठान भी होते थे और दूर-दूर से दर्शानार्थी पीतांबरा मंदिर पर पहुंचते थे, इस बार लोग कम संख्या में ही आए।
कोरोना की तीसरी लहर के भय और गाइड लाइन के पालन के लिए इस बार मंदिर का समय निर्धारित होने और आयोजन स्थगित रहने के कारण श्रद्धालुओं की संख्या कम रहेगी। श्री पीतांबरा पीठ मंदिर समिति के प्रशासक महेश दुबे ने जानकारी में बताया कि गुप्त नवरात्रि में मंदिर अभी वर्तमान में सिर्फ सुबह 9 बजे से 4 बजे तक ही खुल रहा है।
इस कारण कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर को देखते हुए कोई भी आयोजन नहीं किए जा रहे हैं। इस दौरान 11 तारीख से 19 जुलाई तक श्री दुर्गा शतचंडी के पाठ का आयोजन किया जाएगा।
पीतांबरा मंदिर में गूंज रहा है दुर्गा शतचंडी के पाठ
आषाढ़ मास की गुप्त नवरात्रि पर स्थानीय पीतांबरा पीठ मंदिर पर पंडित व पुजारियों ने सुबह 4 बजे से ही मंदिर के बरामदे में दुर्गा शतचंडी का पाठ समवेत स्वर में करना शुरू कर दिया था, जो लगातार आगामी रविवार तक चलेगा। बता दें कि इस बार गुप्त नवरात्रि आठ दिनों की है।
इस दिन पूर्णाहूति होगी और हवन किया जाएगा। दुर्गा शतचंडी के पाठ के दौरान कोई भी पंडित या पुजारी अपने घर नहीं जाएगा। उनके निवास और रहने खाने पीने की व्यवस्था पीतांबरा पीठ मंदिर ट्रस्ट ने मंदिर परिसर में ही की है।
सुकर्ण मिश्रा ने सपरिवार की पूजा अर्चना
रविवार को भाजपा युवा नेता डॉ. सुकर्ण मिश्रा सपरिवार दतिया पहुंचे। जहां उन्होंने नवरात्रि के पावन अवसर पर पीतांबरा मंदिर पहुंचकर सपत्नीक पूजा अर्चना की। इस दौरान उनके साथ में भाजपा युवा मोर्चा पदाधिकारी मौजूद रहे। डॉ. सुकर्ण मिश्रा ने महाभारतकालीन वनखंडेश्वर महादेव का जलाभिषेक भी किया।
शनिचरी अमावस्या मनाई
विगत दिवस उदया तिथि पुनर्वसु नक्षत्र में शनिचरी अमावस्या मनाई गई। इस अवसर पर करन सागर स्थित कोटि तीर्थ शनि मंदिर पर विशेष पूजन और अभिषेक के साथ शनिदेव का पूजन किया गया।
इसी तरह पीतांबरा मंदिर के सामने वाले शनि मंदिर पर भी धार्मिक आयोजन किए गए। अमवास्या होने पर लोगों ने अपने पितृ को याद किया और उनकी आत्मा की शांति के लिए श्राद्ध कर्म, पूजा, पाठ घरों में किए गए।