जयपुर : राजस्थान में अशोक गहलोत मंत्रिमंडल का विस्तार इस माह के अंत में होने की उम्मीद है। कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और प्रदेश प्रभारी अजय माकन रविवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से चर्चा करेंगे। संभव है कि नए बनने वाले मंत्रियों की संख्या और उनके नाम पर फैसला हो जाए।
सूत्रों के अनुसार पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के दिल्ली जाने का कार्यक्रम था, लेकिन अब वेणुगोपाल और माकन जयपुर में ही उनके साथ चर्चा करेंगे। दोनों नेता सचिन पायलट के साथ दिल्ली में बैठक कर चुके हैं। अब वे पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी का संदेश लेकर रविवार को गहलोत से बात करेंगे।
सूत्रों के अनुसार मंत्रिमंडल विस्तार के साथ ही राजनीतिक नियुक्तियों के लिए नाम भी तय होने की उम्मीद है। दरअसल, पायलट खेमे के लगातार दबाव और प्रभारी मानक के बार-बार आश्वासन के बावजूद मुख्यमंत्री मंत्रिमंडल विस्तार और राजनीतिक नियुक्तियों पर तैयार नहीं थे।
अब सोनिया गांधी के हस्तक्षेप के बाद वह तैयार हो गए हैं। हालांकि मंत्रियों की संख्या को लेकर खींचतान बरकरार है। बन सकते हैं अधिकतम 30 मंत्री 200 सदस्यीय विधानसभा के 15 फीसद के हिसाब से सरकार में 30 मंत्री बनाए जा सकते हैं।
वर्तमान में सीएम के अतिरिक्त 20 मंत्री हैं। यानी नौ नए मंत्री बनाए जा सकते हैं। गहलोत चाहते हैं कि पायलट की बगावत के समय उनके साथ रहने वाले बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए छह में से दो और 13 निर्दलीय विधायकों में से दो को मंत्री बनाया जाए। वह कांग्रेस के दो से तीन समर्थक विधायकों को भी मंत्री बनाना चाहते हैं।
वह पायलट खेमे को दो या तीन से ज्यादा मंत्री पर देने के मूड में नहीं हैं। दूसरी तरफ, पायलट खेमा चार से पांच मंत्री मांग कर रहा है। वेणुगोपाल और माकन इसी मद्दे पर सहमति बनाने का प्रयास करेंगे। मुलाकात के दौरान आधा दर्जन संसदीय सचिव बनाए जाने को लेकर भी नाम तय होंगे।
सूत्रों के अनुसार जिन वरिष्ठ विधायकों को मंत्रिमंडल में स्थान नहीं मिल सकेगा, उन्हे राजनीतिक नियुक्तियों के माध्यम से उपकृत किया जाएगा।
जिला अध्यक्षों की नियुक्तियां भी अगले चार-पांच दिन में होनी हैं। इस संबंध में माकन ने प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा से बात की है।