बारिश ने तोड़े पिछले सभी रिकार्ड, 11 इंच से अधिक हुई बरसात, निचली बस्तियों में भरा पानी, कई जगह गिरे मकान

दतिया : दतिया जिले में गत रविवार रात 12:30 बजे से शुरू हुई बारिश ने अगले दिन सोमवार को भी थमने का नाम नहीं लिया। रिमझिम बारिश तो कभी तेज बौछारों ने सामान्य जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया।

अब तक कुल मिलाकर 24 घंटे में 11 इंच से अधिक बारिश अधिकारिक रूप से दर्ज की गई है। इसके साथ ही सर्वाधिक बारिश दतिया शहर में 133 मिमि, सेवढ़ा में 50 मिमि और भांडेर में 88 मिमि दर्ज की गई है। 1 जून से लगाकर 2 अगस्त तक 1058 मिमि बारिश होने से वर्ष 2015 का रिकार्ड टूटने की कगार पर आ गया है। श

लगातार बारिश के चलते सेवढा ब्लाक में सिंध नदी पर बाढ़ के हालात निर्मित हो गए हैं। तेज बारिश कारण नदी का जलस्तर बढ़ता जा रहा है। सभी पुल पुलियाओं के ऊपर शासकीय कर्मचारी व पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं, ताकि कोई हादसा ना हो।

दतिया पुलिस लाइन में भी बारिश से काफी नुकसान हुआ है। तेज बारिश से पुलिस लाइन की एक दीवार ढह गई है। वहीं शहर के निचले एरिया में स्थित कई कालोनियों में बने घरों में पानी भर गया।

कालोनियां हो गई पानी-पानी

दतिया में सोमवार को बारिश आफत लेकर आई। शहर की बुंदेला कालोनी जलमग्न हो गई। कालोनी के अधिकांश घरों में पानी भर गया। रविवार रात से हो रही बारिश से हालात बिगड़ गए।

हनुमान गढ़ी, दिनारा रोड िस्थत कालोनी, राजघाट, सीतासागर वाइपास, राजीव नगर, अमन कालौनी, दम्मू का बाग, पुरानी कलेक्ट्रेट आदि क्षेत्रों में भी जलभराव हो गया। नगर पालिका अमले ने जेसीबी एवं मोटर पंप का उपयोग कर जल निकासी कराई तब जाकर घरों में भरा पानी निकल सका। इस मामले में कालौनीवासियों द्वारा कलेक्टर को भी शिकायत की गई थी।

कई कालोनी के लाेगों ने रतजगा कर खुद पानी निकाला। बारिश के कारण ग्राम सेरसा, बसई के पच्चरगढ़, इंदरगढ़ में संतोषी माता मंदिर के पास एवं होलीपुरा कैंथन वाले हनुमान मंदिर के पास बने मकान ढह गए।

जिले भर के तालाबों में बढ़ा जलस्तर

दतिया जिले में पिछले 24 घंटे में अब तक 11 इंच से अधिक बारिश हो चुकी है। जिसके चलते0 सीतासागर के समीप स्थित बुंदेला कालोनी के कई घरों में घुटनों तक पानी भर गया है।

इसके चलते लोगों ने घर के सामान को ऊपरी मंजिल पर पहुंचाया। शहर के लाल का ताल, करन सागर और सीता सागर में भी जल स्तर बढ़ गया है। बसई के ग्राम बरधुवां में प्रवीण सागर तालाब भी पानी से लबालब हो गया है।

पुलिस लाइन की स्थिति एक दीवार तेज बारिश के कारण गिर गई है। इधर उनाव िस्थत बालाजी मंदिर के पास बहने वाली पहुंज नदी का जलस्तर भी बढ़ा है। स्थानीय लोगों ने बहुत समय बाद पहुंज नदी का जलस्तर इतना भरा देखा है। सावन के दूसरा सोमवार होने के कारण उनाव सूर्य मंदिर में काफी भीड़ को देखते हुए वहां पुलिस बल लगाया गया।

चिरुला में खेतों में भरा पानी

लगातार बारिश के कारण चिरुला में आसपास िस्थत खेत जलमग्न हो गए। यहां चारों ओर पानी-पानी हो गया है। खेतों में पानी भर जाने के कारण किसान परेशानी में आ गए हैं। यही िस्थति अन्य क्षेत्रों में भी दिखाई दी। इंदरगढ़, थरेट, भांडेर आदि क्षेत्रों में भी कई जगह खेतों में पानी भरने की खबर है।

ओरीना के पास टापू पर फंसे तीन लोगांे को सुरक्षित निकाला

तेज बारिश के कारण बड़ोनी थाना क्षेत्र के ग्राम ओरीना में महुअर नदी का पानी तेज बहाव से आने के कारण ओरीना में भरका के टापू पर तीन लोगों को बकरियों के साथ फंसे होने की सूचना कलेक्टर संजय कुमार को दी गई।

कलेक्टर ने त्वरित नायब तहसीलदार नरेंद्र यादव एवं थाना प्रभारी शैलेंद्र गुर्जर को राहत एवं बचाव दल के साथ रेस्क्यू करने के निर्देश दिए। रैस्क्यू के दौरान टापू पर फंसे तीनांे व्यक्तियों को सुरक्षित बहार निकाल लिया गया है। साथ ही बकरियों को बाहर निकालने की कार्रवाई जारी है।

सिंध नदी पर तैनात हुआ प्रशासनिक अमला

सिंध नदी का जलस्तर बढ़ने पर दतिया कलेक्टर संजय कुमार के निर्देश पर इंदरगढ़ तहसीलदार सुनील भदौरिया, तहसील दीपक यादव, पटवारी रामखिलावन ने सिंध नदी के किनारे बसे गांव लांच, अंडोरा बिलासपुर खैरोना कुलैथ आदि ग्रामों का भ्रमण कर ग्राम वासियों से चर्चा कर नदी के पास नहीं जाने की अपील की।

इसके साथ ही जिला प्रशासन ने सिंध नदी के आसपास वाली पुलिया पर प्रशासनिक अमले की तैनाती कर दी है जो बारिश में वहां से निकलने वाले वाहनों पर निगरानी रखेगा और यातायात को नियंत्रित करेगा।

सुबह 8 बजे से गुल हुई बिजली 9 घंटे बाद आई

शहर के सभी क्षेत्रों में सुबह 8 बजे से ही बिजली गुल हो गई। गत रविवार रात को भी बारिश शुरू होते ही अनेक बार बिजली की आंख मिचौली चलती रही।

बिजली लगातार गुल होने के पीछे विद्युत कंपनी के अधिकारियों ने बताया कि लाइनों में कई जगह फॉल्ट है और बारिश के बाद ही विद्युत प्रदाय शुरू किया जा सकेगा। कोई हादसा ना हो इसके लिए शहर की विद्युत सप्लाई बंद की गई है। जिले सहित ग्रामीण क्षेत्रों में बारिश शुरू होते ही विद्युत वितरण भी बंद हो गया। जिससे लोगों को भारी परेशानी आई।

जहां एक और लोगों के घरों में पानी भरा हुआ था, वहीं दूसरी ओर बिजली नहीं होने से लोग परेशान होते रहे। स्थानीय दुकानदारों ने जनरेटर और इनवर्टर का इस्तेमाल कर विद्युत आपूर्ति की।

इस मामले में जब अधीक्षण यंत्री मध्य प्रदेश विद्युत वितरण कंपनी सुधीर शर्मा से बात की गई तो उन्होंने स्पष्ट मना किया कि बारिश थमने के बाद ही विद्युत प्रदाय शुरू किया जाएगा। जिसके चलते करीब 9 घंटे बाद ही बिजली आ सकी।

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