सिंध नदी उफान पर दिन भर बचाव में लगा रहा प्रशासन , रतनगढ़ माता मंदिर का बड़ा पुल तेज बहाव में टूटा, गिरे मकान, एक की मौत

दतिया : मंगलवार तड़के करीब 3-4 बजे शिवपुरी के मणिखेड़ा डेम से पानी छोड़े जाने के बाद सिंध नदी उफान पर आ गई। जिसके बाद नदी किनारे बसे गांवों में पानी घुस गया। नदी में पानी तेज बहाव के कारण रतनगढ़ माता का बड़ा पुल और लांच-पिछोर को जोड़ना वाला पुल नदी में बह गए।

सिंध में लगातार बढ़ रहे जलस्तर को देखते हुए प्रशासनिक अमले को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में तैनात किया गया। जहां दिन भर रेस्क्यू कर प्रभावित गांवों से लोगों को सुरक्षित निकालने का क्रम चलता रहा। वहीं गोराघाट थाना क्षेत्र के ग्राम सुनारी व रुरा को प्रशासन व पुलिस ने खाली करा लिया है।

इन गांवों के लोगों को ट्रैक्टर-ट्रालियों में जरुरत के सामान सहित सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया गया है। ग्राम पाली में फंसे करीब आधा सैकड़ा ग्रामीणों को गांव से बाहर निकालने के लिए प्रयास देर शाम तक जारी रहे। इसके लिए एयरफोर्स से भी मदद मांगी गई।

मौके पर मौजूद तहसीलदार सुनील भदौरिया ने बताया कि हेलीकाप्टर आया भी था, लेकिन सही लोकेशन नहीं मिलने पर वह लौट गया। शाम 7 बजे तक दोबारा हेलीकाप्टर बुलाने के प्रयास किए जाते रहे। मौके पर कलेक्टर व एसपी भी पहुंच गए थे। सिंध नदी के पानी का बहाव इतना तेज है कि नदी के तट बंध (किनारे) टूट गए है। सभी तरफ सिर्फ पानी ही पानी नजर आ रहा है।

पुलिस व प्रशासन के कर्मचारी इन क्षेत्रों में तैनात रहकर लोगों को नदी से दूर रहने की चेतावनी देते रहे। जिले में अब तक कुल 390.6 मिमि बारिश हुई है। मंगलवार को शहर में सुबह की बारिश के बाद शाम तक बादल जमे रहे।

बाढ़ प्रभावित गांवों का में पहुंचे कलेक्टर-एसपी

तेज वर्षा के कारण जिले के नदी, नालों में जलस्तर बढ़ने के कारण आस-पास के गांव के ग्रामीण फंसे हुए थे।उन्हें जिला प्रशासन ने रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया।

कलेक्टर संजय कुमार, एसपी अमन सिंह राठौड के साथ भाजपा नेता डा. सुकुर्ण मिश्रा ने मंगलवार को बाढ़ प्रभावित ग्राम अोरीना, हिनौतिया, लमकना घाट, कोटरा, गोराघाट, सिंध पुल पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया।

इन ग्रामों में फंसे लोगों को होमगार्ड के जिला कमाडेंड आरडी सिंह के नेतृत्व में एसडीईआरएफ दतिया, ग्वालियर की टीमों एवं होमगार्ड के जवानों द्वारा सुरक्षित बहार निकाला गया। बाढ़ मंे फंसे लोगों के लिए बिस्किट एवं पानी की व्यवस्था की गई।

महुअर नदी में आए उफान के कारण ग्राम हिनौतिया मंे फंसे ग्रामीणों को एसडीईआरएफ की टीम ने नाव के माध्यम से सुरक्षित निकाला। इस दौरान ग्वालियर, झांसी राष्ट्रीय राजमार्ग पर सिंध नदी पर बने पुल का भी जायजा लिया गया।

लांच व अतरेटा पुलिस ने ग्रामीणों को सुरक्षित निकाला

लांच थाना प्रभारी भास्कर शर्मा ने पुलिस बल के साथ गांव लांच, खरोना घाट तक बारिश का पानी पहुंच जाने पर रेस्क्यू कर वहां फंसे ग्रामीणों को एक स्कूल में सुरक्षित पहुंचाया।

वहीं अतरेटा थाना क्षेत्र में सिंध नदी जलस्तर बढ़ने पर थाना प्रभारी यादवेन्द्र सिंह गुर्जर ने पुलिस बल के साथ रेस्क्यू कर गांव के तीन लोगों को नाव के सहारे नदी से निकाला और सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। अतरेटा थाना क्षेत्र ग्राम डीमरपुरा, डोंगर गांव के चारो तरफ बारिश से जलस्तर बढ़ने से लोगों को सुरक्षित रखने के रेस्क्यू जारी है।

बसई में गिरा मकान, एक की मौत

बसई क्षेत्र में लगातार हुई बारिश से ग्राम मकडारी निवासी देवसिंह पुत्र खुल्ली राजपूत 70 की कच्चे मकान में दबकर मौत हो गई। वहीं नयाखेडा निवासी आशाराम अहिरवार अपने दो भाईयो के साथ दो मंजिला मकान में अलग-अलग रहते थे।

बसई के नयाखेड़ा में ढह गया मकान

सोमवार की शाम को दो मंजिला मकान भरभरा कर गिर पड़ा। गनीमत रही कि हादसे के दौरान कोई जनहानि नहीं हुई। जबकि घर गृहस्थी का सामान दब गया है। भाजपा मंडल महामंत्री रामनाम अहिरवार ने इस परिवार की मदद की और ठहरने की व्यवस्था कराई।

बसई सहित सांकुली, जैतपुर, लखनपुर, बरधुवां, हिम्मतपुर, सतलौन, मुडरा, कंधार, उर्दना, ठकुरपुरा, जनकपुर, हम्मीरपुर, हसनपुर आदि गांवों में किसानों के मकान गिरकर ध्वस्त होने की खबर हैं। वहीं रेल्वे अंडरब्रिज में पानी भर जाने से ग्रामीणों का आवागमन अवरुद्ध हो गया है।

सेवढ़ा सनकुआं का छोटा पुल व मंदिर डूबे

सिंध नदी में मणिखेड़ा डेम के 11 गेट खोल दिए जाने से सेवढ़ा सनकुअां क्षेत्र में पानी भर गया। जल स्तर तेज गति से बढ़ रहा था, जिसकी सूचना जैसे ही स्थानीय प्रशासन को लगी तो एसडीओपी उपेन्द्र दीक्षित व एसडीएम अनुराग निंगवाल, नायब तहसीलदार कल्पना कुशवाह व सब इंस्पेक्टर नीरज कुमार तत्काल सनकुआं धाम पहुंचे जहां पुलिस व गोताखोरों की तैनाती कर दी गई।

सेवढ़ा सनकुआं का छोटा पुल व मंदिर पानी में डूबे

सेवढ़ा नगर व सिंध नदी के घाटों के समीपस्थ ग्रामों में मुनादी कर नदी के पास न जाने के लिए सूचित किया गया। जलस्तर बढ़ने से सनकुआं धाम पर बना प्राचीन छोटा पुल, काली माता मंदिर व सनकुआ कुंड समेत 2 दर्जन से अधिक छोटे बड़े मंदिर पानी में डूब गए।

नदी के जलस्तर को देखने के लिए सेवढ़ा नगर सहित आसपास के लोगों की भीड़ सनकुआं धाम पर दिनभर लगी रही। जिसे देखते हुए बेरीकेड्स लगाकर रास्ता रोकना पड़ा। ग्राम टोडा, कंजोली, लांच, बिलासपुर, खेरोनाघाट, भरसूला में अलर्ट कराया गया।

रतनगढ़ माता पुल व लांच पुल का हिस्सा बहा

रतनगढ़ माता पुल नदी में बह गया

सिंध में आए उफान के बाद रतनगढ़ माता मंदिर क्षेत्र में बना बड़ा पुल टूटकर बह गया।वहीं लांच-पिछोर मार्ग पर बने पुल का हिस्सा भी नदी के बहाव को नहीं झेल पाया और पानी के तेज लहरों में बह गया। पुल टूटने के बाद प्रशासन ने सतर्कता दिखाते हुए इनसे जुड़े क्षेत्रों का आवागमन पूरी तरह बंद करवाया। ताकि कोई अनहोनी न हो।

लांच-पिछोर पुल पानी में बहा

 

 

Share this with Your friends :

Share on whatsapp
Share on facebook
Share on twitter