आगरा : बुखार के प्रकोप के लिए डेंगू के डी 2 स्ट्रेन की मौजूदगी पाए जाने की पुष्टि होते ही फीरोजाबाद, मथुरा और आगरा जिला और सतर्क हो गया।
फीरोजाबाद में प्रशासन ने झोलाछाप को निशाने पर लेते हुए आठ दुकानें सील कर दीं। झोलाछाप के इलाज से ही बुखार के मरीजों की हालत बिगड़ रही थी। मैनपुरी में डीएम ने जिला अस्पताल पहुंच लचर व्यवस्था पर जिम्मेदारों को आड़े हाथों लिया। आगरा, मथुरा, अलीगढ़, हाथरस, कासगंज में भी बुखार अभी नियंत्रित नहीं हो पा रहा है।
शुक्रवार को भी जिले में बुखार के मरीज भर्ती किए गए, कई मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई। फीरोजाबाद में करीब एक महीने से बुखार का प्रकोप बना हुआ है। स्थानीय सरकारी अस्पताल के अलावा निजी अस्पतालों और दूसरे शहरों में भी यहां के मरीज भर्ती हैं।
हर रोज ही मौत के आंकड़े बढ़ रहे हैं। शुक्रवार को आठ वर्षीय बालिका सहित तीन लोगों की मौत हो गई। बुखार से मरने वालों की संख्या 103 हो गई। प्रशासन को जानकारी मिल रही थी कि बुखार के मरीजों की बिगड़ रही हालत के पीछे झोलाछाप हैं।
शहर के हिमायूंपुर क्षेत्र में प्रशासन की टीम ने छापा मारा। आठ दुकानें सील कर दीं। देर शाम तक इनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की तैयारी की जा रही थी। उधर, मैनपुरी में जिलाधिकारी महेंद्र बहादुर ने जिला अस्पताल का निरीक्षण किया। इलाज के इंतजामों में खामी देख उन्होंने सीएमएस को फटकार लगाई।