अलीगढ़ : एक गांव में आठ साल की बच्ची की हत्या का शुक्रवार को पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया। बच्ची की हत्या उसी के दादा-दादी ने की थी। दोनों ने लंबी पूछताछ के बाद जुर्म कुबूला। दो साल पहले गांव के एक व्यक्ति ने बच्ची के चाचा पर छेड़छाड़ व दुष्कर्म का मुकदमा कराया था।
उस मामले में वादी को फंसाने और आसानी से फैसले करवाने के लिए दादा-दादी ने बच्ची ने बच्ची की बलि चढ़ा दी। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है। एसपी देहात शुभम पटेल ने बताया कि टप्पल से करीब पांच किलोमीटर दूर स्थित गांव किशनपुर के संजय की आठ वर्षीय बेटी रूबी की गला दबाकर हत्या कर दी गई थी।
20 सितंबर सुबह करीब आठ बजे स्कूल के लिए निकली थी। उसका शव घर से एक किलोमीटर दूर खेत में मिला था। बच्ची के शव को सबसे पहले उसकी दादी संपत ने देखा था। बताया कि पशुओं के लिए चारा लेने के लिए जाते वक्त रास्ते में जामुन के पेड़ के नीचे बच्ची का स्कूल बैग व चप्पल पड़ी मिलीं थीं। ग्रामीणों की मदद से तलाश शुरू की गई तो शव खेत में पड़ा मिला।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गला दबाकर हत्या करना पाया गया। बच्ची के दादा लेखराज ने अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। दोनों के बयान में अंतर से खुला राज पुलिस ने दो दिन तक गांव के सौ से ज्यादा लोगों व बच्ची के स्कूल में जाकर शिक्षकों से पूछताछ की।