राजस्थान कांग्रेस को लेकर दिल्ली में हलचल : एक सप्ताह में दूसरी बार राहुल गांधी से मिले सचिन पायलट, सत्ता-संगठन में बड़े बदलाव के संकेत

जयपुर : राजस्थान कांग्रेस में करीब दो साल से चल रहा आंतरिक कलह जल्द खत्म होने की उम्मीद है । कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और सूबे के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच एक सप्ताह में दो बार हुई मुलाकात के बाद सत्ता और संगठन में बदलाव की योजना तैयार कर ली गई है। इसके तहत अक्टूबर माह में मंत्रिमंडल में फेरबदल के साथ ही संगठन में बदलाव किया जाएगा।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत चाहते थे कि मौजूदा मंत्रियों में से किसी को नहीं हटाते हुए मंत्रिमंडल में विस्तार किया जाए, लेकिन आलाकमान ने फेरबदल करने का मानस बनाया है। इसके तहत विभिन्न आरोपों से घिरे मंत्रियों को हटाया जाएगा । राहुल गांधी ने पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और पार्टी के प्रदेश प्रभारी अजय माकन के साथ राजस्थान के सत्ता और संगठन को लेकर शनिवार को चर्चा की।

इस दौरान मंत्रियों के आम लोगों के बीच नहीं जाने और कार्यकर्ताओं से दूरी होने, सत्ता व संगठन में तालमेल के लिए बनी समन्वय समिति के सक्रिय नहीं होने, अग्रिम संगठनों की निष्कि्रयता,पिछले 18 माह से जिला और ब्लाक कांग्रेस कमेटियों की कार्यकारिणी नहीं होने पर चर्चा हुई। दरअसल, पिछले साल पायलट खेमे की बगावत के समय संगठन की सभी इकाईयां भंग कर दी गई थीं।

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इसके बाद सूबे में सत्ता व संगठन में बदलाव की योजना तैयार कर ली गई। इस बीच मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह एक अक्टृबर को जयपुर में मंत्रियों और विधायकों की बैठक लेंगे । छह मंत्रियों को हटाने की सिफारिस अजय माकन ने राहुल गांधी को जो रिपोर्ट सौंपी है, उसमें छह मंत्रियों को हटाने की सिफारिश की गई है।

सूत्रों के मुताबिक इस रिपोर्ट में 21 में से मात्र पांच मंत्रियों के कामकाज पर संतोष जताया गया है । प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के कामकाज पर भी माकन ने नाखुशी जताई है। ऐसे में डोटासरा को लेकर भी शीघ्र ही निर्णय किया जा सकता है ।

इन मंत्रियों की रिपोर्ट खराब और इनकी अच्छी सूत्रों के अनुसार गहलोत मंत्रिमंडल के छह सदस्यों भंवरसिंह भाटी, प्रमोद जैन भाया, राजेंद्र यादव, भजनलाल जाटव, सुखराम विश्नोई और अशोक चांदना को हटाने की बात माकन की रिपोर्ट में कही गई है। जिन पांच मंत्रियों के कामकाज पर संतोष जताया गया, उनमें स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल, चिकित्सा मंत्री डा.रघु शर्मा, उद्योग मंत्री परसादी लाल मीणा, कृषि मंत्री लालचंद कटारिया व महिला एवं बाल विकास मंत्री ममता भूपेश शामिल हैं।

जयपुर से दिल्ली तक सक्रियता बढ़ी पायलट की पहले 17 और फिर 24 सितंबर को राहुल गांधी से हुई मुलाकात व माकन की ओर से रिपोर्ट दिए जाने के बाद जयपुर से दिल्ली तक सक्रियता बढ़ी है । डा. रघु शर्मा, प्रमोद जैन भाया और राजस्व मंत्री ने दिल्ली में राष्ट्रीय नेताओं से मुलाकात की है। कुछ विधायक शनिवार को जयपुर से दिल्ली के लिए रवाना हुए थे। 

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