पुलिस के इंतजार में 6 घंटे स्ट्रेचर पर पड़ा रहा किशोरी का शव, शाम को हो सका पीएम, किसी ने नहीं सुनी मां-बाप की गुहार

Datia News :  दतिया। दतिया जिला अस्पताल में बेटी के शव के पोस्टमार्टम के लिए माता-पिता को घंटों परेशान होना पड़ा। अस्पताल चिकित्सकों का कहना था मामला पुलिस से संबंधित है, इसलिए पूरी प्रक्रिया होने के बाद ही शव का पोस्टमार्टम हो सकेगा।

इस सबके बीच माता-पिता स्ट्रेचर पर पड़े बेटी के शव को संभाले पुलिस का इंतजार करते रहे। करीब 6 घंटे के इंतजार के बाद शाम 5 बजे किशोरी का पोस्टमार्टम पुलिस के आपे के बाद हो सका।

पंडोखर थाना क्षेत्र की एक किशोरी ट्रैक्टर ट्रॉली की टक्कर से गंभीर रूप से घायल होने के बाद करीब एक साल तक जिंदगी और मौत की लड़ाई अस्पतालों में लड़ती रही। उसके परिजन ने जिला अस्पताल दतिया में तीन माह पूर्व भर्ती कराया गया था।

शनिवार को अचानक उसकी मौत हो गई। इसके बाद मृतक किशोरी का जिंदगी से संघर्ष तो खत्म हो गया, किंतु उसके बाद भी उसके माता-पिता का बेटी के शव को लेकर संघर्ष जारी रहा। पुलिस के नहीं पहुंचने और जिला अस्पताल की लापरवाही के चलते शव का पोस्टमार्टम कई घंटे तक नहीं हो सका।

दतिया जिला चिकित्सालय में विगत तीन माह से आईसीयू में शिवानी पाल पुत्री कमल सिंह पाल निवासी किशनपुरा थाना पंडोखर भर्ती थी। शनिवार को अचानक उसका निधन हो गया।

बताया जाता है कि उसके निधन के बाद पोस्टमार्टम के लिए शव लगभग 6 घंटे तक जिला चिकित्सालय परिसर में बने पोस्टमार्टम कक्ष के बाहर रखा रहा। माता-पिता बेटी का शव देने की बार-बार मिन्नतें हाथ जोड़कर करते रहे, किंतु अस्पताल प्रशासन का कहना है कि पोस्टमार्टम के लिए पुलिस की रिपोर्ट लगेगी उसके बाद ही शव मिल सकेगा।

बता दें कि शिवानी का एक वर्ष पूर्व ट्रैक्टर ट्राली से एक्सीडेंट हो गया था। इसके बाद से ही उसके माता पिता लगातार उसका इलाज करवा रहे थे।

मां-बाप हाथ जोड़कर करते रहे विनती

जिला चिकित्सालय व पुलिस प्रशासन के छह घंटे तक नहीं आने के कारण किशोरी का शव अस्पताल परिसर में खुले में पड़ा रहा। माता-पिता बार-बार हाथ जोड़कर विनती करते रहे कि हमारी बेटी का पोस्टमार्टम करा दो, हमें उसे घर ले जाना है, मगर कोई सुनने वाला नहीं था।

शाम 5 बजे के लगभग पुलिस वहां पहुंची और अपनी रिपोर्ट अस्पताल प्रबंधन को देकर पोस्टमार्टम के लिए निर्देशित किया। तब कही जाकर शिवानी का पोस्टमार्टम किया जा सका।

इस संबंध में जिला चिकित्सालय दतिया के सीएमएचओ डॉ.आर.बी. कुरेले ने बताया कि यह एक दुर्घटना का मामला था। अत: बिना पुलिस की अनुमति के हम पोस्टमार्टम नहीं कर सकते थे। इस कारण पुलिस का इंतजार करते रहे। यह एक कानूनी प्रक्रिया होती है। इसी कारण पोस्टमार्टम में देरी हुई है।

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