झाबुआ : मध्य प्रदेश में आदिवासी अब महुआ की शराब बना सकेंगे। दरअसल, राज्य सरकार नई शराब नीति लेकर आ रही है और हेरिटेज पालिसी के तहत महुआ से बनने वाली शराब की बिक्री भी सुनिश्चित करेगी। यह घोषणा मंगलवार को यहां जनजातीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने की।
उन्होंने कहा कि गंभीर मामलों को छोड़कर आदिवासियों के अन्य सभी मामले हटाए जाएंगे। वन प्रबंधन का अधिकार भी वे वनवासियों को दे रहे हैं। इससे जंगलों में रह रहे आदिवासियों की मुश्किलें आसान होंगी। मुख्यमंत्री ने आदिवासियों के लिए पंचायत (अधिसूचित क्षेत्रों में विस्तार) अधिनियम 1996 (पेसा एक्ट) लागू करने की घोषणा करते हुए कहा कि आदिवासियों को अब वह सबकुछ मिलेगा, जो कांग्रेस ने 50 सालों में कभी नहीं दिया।
अब ग्रामसभाएं गांव के विकास की योजनाएं बनाकर क्रियान्वयन कर सकेंगी। उन्होंने कहा कि 15 नवंबर को प्रदेश भर में क्रांतिकारी बिरसा मुंडा जी की जन्मतिथि पर जनजातीय गौरव दिवस धूमधाम से मनाया जाएगा। इस अवसर पर भोपाल में एक विशाल समागम होगा। इस समागम के लिए उन्होंने सभी वनवासी समाजों को निमंत्रित भी किया।