नई दिल्ली : चेतन शर्मा की अगुवाई वाली भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआइ) की चयन समिति आगामी टी-20 विश्व कप के लिए 15 सदस्यीय टीम में एक तेज गेंदबाज को शामिल करने पर चर्चा कर सकती है क्योंकि आलराउंडर हार्दिक पांड्या ने आइपीएल में अपनी फ्रेंचाइजी मुंबई इंडियंस के लिए गेंदबाजी नहीं की। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने सुपर 12 समूह में शामिल टीमों के लिए अंतिम 15 में बदलाव के लिए समय सीमा को बढ़ाकर 15 अक्टूबर कर दी है।
पहले चरण में भाग लेने वाली टीमों के लिए बदलाव की समयसीमा 10 अक्टूबर थी। दो साल पहले पीठ में स्ट्रेस फ्रैक्चर का शिकार होने वाले हार्दिक ने सर्जरी से वापसी के बाद ज्यादा गेंदबाजी नहीं की है।
यह देखना होगा कि क्या विश्व कप में वह गेंदबाजी करेंगे या सिर्फ बल्लेबाजी पर ध्यान देंगे। बीसीसीआइ के सूत्र ने कहा, ‘भारत की 15 सदस्यों की मुख्य टीम में कम से कम एक तेज गेंदबाज कमी है। हमारे पास शार्दुल ठाकुर और दीपक चाहर जैसे अनुभवी विकल्प है।
शार्दुल खुद को गेंदबाजी आलराउंडर के रूप पर साबित कर चुके है जबकि दीपक चाहर ने श्रीलंका में अपनी बल्लेबाजी कौशल का प्रदर्शन किया है। अगर हार्दिक गेंदबाजी नहीं कर पाते हैं तो समिति इन दोनों में से किसी एक को टीम में शामिल कर सकती है।’ चयनकर्ता हार्दिक के साथ साथ ‘मिस्ट्री’ स्पिनर वरुण चक्रवर्ती के नाम पर फिर से चर्चा कर सकते है, जिन्हें घुटने में परेशानी है।
सूत्र ने कहा, ‘घुटने में परेशानी के कारण अगर वरुण टीम का हिस्सा नहीं बने तो उनका एक ही विकल्प दिखता है और वह युजवेंद्रा सिंह चहल है। भारत के बायो बबल (कोरोना से बचाव के लिए खिलाड़ियों के लिए बनाया गया सुरक्षित माहौल) में नेट गेंदबाज के तौर पर उमरान मलिक पहले से मौजूद हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या शिवम मावी को नेट गेंदबाज के तौर पर रखा जाता है या नहीं।’