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सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ से स्टार प्रचारक का दर्जा छीनने के चुनाव आयोग के फैसले पर रोक लगा दी और आयोग से जवाब दाखिल करने के लिए कहा है। अब सवाल ये है कि आखिर क्या होता है ये स्टार प्रचारक?
दरअसल, चुनाव कोई भी हो इसे जीतने के लिए पार्टी ऐसे नेताओं और सिलेब्रिटी को प्रचार के लिए उतारती हैं, जिन्हें देखने के लिए भारी भीड़ उमड़ती है। इनका लोगों पर खासा प्रभाव होता है। इन प्रमुखों और सेलिब्रिटीयों को स्टार प्रचारक ने कहा है। ये अपने दमदार भाषणों से अपनी पार्टी और उम्मीदवार के लिए वोट पाने के प्रयास करते हैं। इनकी सभाओं में ऐसे क्षेत्रों में रखा जाता है, जहां वोट मिलने की संभावना ज्यादा होती है।
हर उम्मीदवार अपने क्षेत्र में स्टार प्रचारक को लाना चाहता है, ये पर खर्च भी बहुत होता है। चुनाव आयोग की इस पर पैनी नजर होती है। समय कम होने से ये हैलीकॉप्टर, एयरोप्लेन जैसे संसाधनों का उपयोग करते हैं। हालांकि ये खर्च उम्मीदवार के चुनाव खर्च में नहीं जोड़े जाते हैं, इसे पार्टी का खर्च माना जाता है।
नई दिल्ली / भोपाल. सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ से स्टार प्रचारक का दर्जा छीनने के चुनाव आयोग के फैसले पर रोक लगा दी और आयोग से जवाब दाखिल करने के लिए कहा है। अब सवाल ये है कि आखिर क्या होता है ये स्टार प्रचारक?
दरअसल, चुनाव कोई भी हो इसे जीतने के लिए पार्टी ऐसे नेताओं और सिलेब्रिटी को प्रचार के लिए उतारती हैं, जिन्हें देखने के लिए भारी भीड़ उमड़ती है। इनका लोगों पर खासा प्रभाव होता है। इन प्रमुखों और सेलिब्रिटीयों को स्टार प्रचारक ने कहा है। ये अपने दमदार भाषणों से अपनी पार्टी और उम्मीदवार के लिए वोट पाने के प्रयास करते हैं। इनकी सभाओं में ऐसे क्षेत्रों में रखा जाता है, जहां वोट मिलने की संभावना ज्यादा होती है।
हर उम्मीदवार अपने क्षेत्र में स्टार प्रचारक को लाना चाहता है, ये पर खर्च भी बहुत होता है। चुनाव आयोग की इस पर पैनी नजर होती है। समय कम होने से ये हैलीकॉप्टर, एयरोप्लेन जैसे संसाधनों का उपयोग करते हैं। हालांकि ये खर्च उम्मीदवार के चुनाव खर्च में नहीं जोड़े जाते हैं, इसे पार्टी का खर्च माना जाता है।