Datia news : दतिया । मंगलवार को जनसुनवाई में मौजूद अधिकारियों के तब हाथ पांव फूल गए जब वहां आई एक ग्रामीण महिला ने आत्मदाह का प्रयास कर डाला। आनन फानन में दौड़े अधिकारियों ने जैसे तैसे महिला के हाथ से केरोसिन की बोतल छीनी और उसे समझाकर रोका।
बताया जाता है कि महिला के खिलाफ जिला प्रशासन ने प्रकरण दर्ज करने के निर्देश पुलिस को दिए हैं। इससे पहले जनसुनवाई में वकील भी हंगामा मचा चुके थे।
उनकी शिकायत थी कि राजस्व मामलों की तहसीलदार और नायब तहसीलदार सुनवाई नहीं करते, जिससे उन्हें परेशानी उठानी पड़ रही है।
न्यू कलेक्टर कार्यालय में उस समय हंगामा मच गया जब ग्राम सीतापुर निवासी मुरली कुशवाहा की पत्नी पिस्ताबाई कुशवाह ने खुद पर केरोसिन डालकर आग लगाने का प्रयास किया।
इस दौरान न्यू कलेक्ट्रेट परिसर शोर शराबा मचा रही महिला की शिकायत थी कि उसके पति मुरली के खाते से दतिया एसबीआई की शाखा से तीन लाख रुपये किसी ने फर्जी तरीके से निकाल लिए है।
इस मामले में उसका पति पहले भी जनसुनवाई में शिकायत लेकर पहुंचा था। लेकिन सुनवाई नहीं हुई। महिला का कहना था कि उसके पति ने बैंक अधिकारियों से भी कई बार शिकायत की, वहां भी कोई सुनवाई नहीं हुई।
इस बात से वह दुखी है और आत्मदाह कर रही है। यह कहते हुए महिला पिस्ता ने केरोसिन की बोतल निकाली और अपने ऊपर डालने की कोशिश करने लगी।
न्यू कलेक्ट्रेट परिसर में मच गई भगदड़
महिला की इस हरकत से न्यू कलेक्ट्रेट में अफरा तफरी मच गई। आसपास मौजूद पुलिस व अन्य अधिकारी महिला की ओर दौड़ पड़े। उन्हें देखकर महिला भी परिसर में भागने लगी।
इस भगदड़ को देखकर अन्य लोग जमा हो गए। कुछ देर बाद अधिकारियों ने महिला को पकड़ लिया और उसके हाथ से केरोसिन की बोतल छीन ली। महिला को ले जाकर कलेक्टर के सामने लाया गया।
जहां कलेक्टर ने उसे समझाया कि बैंक के मैनेजर को बुलाकर संबंधित रिकार्ड की प्रारंभिक जांच की गई है। जिससे ऐसा प्रतीत होता है जो राशि का आहरण किया गया है वह गलत हस्ताक्षरों से हुआ है। जिसका मिलान नहीं हो रहा है।
बैंक स्तर पर गलती हुई है और गलत तरीके से राशि का आहरण हुआ है इस सबंध में बैकिंग लोकपाल, आरएम और पुलिस अधीक्षक को भी पत्र लिखा गया है। यह सुनकर महिला शांत हुई।
वकीलों ने भी किया हंगामा
वकीलों ने भी जन सुनवाई के दौरान तहसील कार्यालय पर राजस्व प्रकरणों की सुनवाई नहीं होने पर दतिया आकर जनसुनवाई में नारेबाजी की।
इसके बाद कलेक्टर ने उन वकीलों से इसका कारण पूछा तो उन्होंने बताया कि तहसील स्तर पर राजस्व मामलों की सुनवाई नहीं हो रही है।
इस पर कलेक्टर ने उन्हें अवगत कराया कि तहसीलदार अभी अन्य कार्य में व्यस्त हैं। इस कारण उस दिन मामले लंबित रखे जा रहे हैं। इस दौरान तहसीलदार मोहिनी साहू पर भी इन वकीलों ने कई आरोप लगाए।
इन दोनों घटनाओं के बारे में कलेक्टर संजय कुमार ने बताया कि जनसुनवाई में महिला ने खुद पर केरोसिन डालकर आग लगाने का प्रयास किया था। जबकि उसके आवेदन पर बैंक के लोकपाल, पुलिस तथा अन्य संबंधित विभागों को लिखा जा चुका है।
महिला का इस तरह का प्रयास कतई ठीक नहीं था। जिला प्रशासन उसके खिलाफ मामला दर्ज करवा रहा है। उन्होंने बताया कि वकीलों की समस्या भी एक-दो दिन में निपट जाएगी।