अंतिम संस्कार के बाद जिंदा लौटा बेटा : चौंक गए परिवार के लोग, पुलिस के भी छूटे पसीने

Gwalior News : ग्वालियर । एक शव की शिनाख्त कराने में हुई गलती अब ग्वालियर पुलिस के लिए परेशानी का कारण बन गई है। शिनाख्ती करने थाने आए लोग शव को अपने बेटे का मानकर साथ ले गए और उसका अंतिम संस्कार तक कर दिया। चौंकाने वाली बात तब हुई जब शव का अंतिम संस्कार करने वाले परिवार के सामने उनका बेटा जिंदा सही सलामत आकर खड़ा हो गया। यह देखकर स्वजन के होश उड़ गए। इस बात की सूचना तत्काल पुलिस तक पहुंची। जिसके बाद मामला जांच पड़ताल में लिया गया।

जानकारी के अनुसार गत दिवस महाराज बाड़ा स्थित लेडीज पार्क में एक अज्ञात युवक की लाश मिली थी। जिसे ने पुलिस मौके पर पहुंचकर बरामद किया था। पुलिस ने शव की शिनाख्त ना होने पर फोटो सोशल मीडिया पर वायरल कर शव को पीएम हाउस में रखवा दिया।

इसके कुछ समय बाद इंदरगंज के नौगजा रोड के रहने वाले विकलांग युवक रोहित कुशवाह के स्वजन कोतवाली थाने पहुंचे। उन्होंने शव की शिनाख्त उनके बेटे रोहित के रूप में की। जिसके बाद पुलिस ने इस मामले में लिखा पढ़ी कर शव उनके सुपुर्द कर दिया।

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इस तरह हुई शिनाख्ती में गलती : युवक रोहित भी पिछले 8-10 दिन से अपने घर से लापता था। उसकी गुमशुदगी स्वजन ने थाने में दर्ज करवा रखी थी। इसी बीच किसी पड़ोसी ने रोहित से मिलता-जुलता एक शव काेतवाली पुलिस को मिलने की सूचना उसके स्वजन को दी। सोशल मीडिया को वायरल तस्वीरें भी उन्हें दिखाई।

रोहित का परिवार पीएम हाउस शव की शिनाख्त करने पहुंच गया। यहां उन्होंने देखा कि मृत व्यक्ति भी एक हाथ और पैर से विकलांग था। रोहित भी एक हाथ और पैर से विकलांग है। लेकिन शव का चेहरा बिगड़ चुका था। कद-काठी भी रोहित जैसी ही लग रही थी। इसीको आधार मानकर स्वजन ने उसकी पहचान रोहित के रूप में कर ली।

पुलिस ने भी पीएम के बाद शव स्वजन को सौंप दिया। घर में रोहित का शव मिलने की खबर पर मातम छा गया। उसकी पत्नी का भी रो-रोकर बुरा हाल हो गया। स्वजन ने भी उस शव काे रोहित का मानकर अंतिम संस्कार भी कर दिया।

लेकिन जब अगले दिन वह मुक्तिधाम में रोहित की अस्थियां समेटने पहुंचे तो रोहित सामने खड़ा था। जिसे देखकर स्वजन चौंक गए। रोहित के जीवित होने की पूरी आपबीती सुनकर सभी ने अपना सिर पकड़ लिया।

घर लौटे रोहित ने सुनाई पूरी कहानी : रोहित कुशवाहा ने घर लौटकर परिवार के लोगों को बताया कि वह गिरवाई में बेपुरा माता के मंदिर पर दर्शन करने गया था। जहां रात हो जाने पर वह रुक गया। रोहित के पिता घनश्याम कुशवाहा कहना है कि हमने बेटे रोहित का शव समझ कर उस अज्ञात शव का अंतिम संस्कार कर दिया था।

जब वह अस्थियां उठाने जा रहे थे, तभी रोहित के ससुराल वालों ने बताया कि वह गिरवाई में एक मंदिर पर बैठा है। इसकी जानकारी पुलिस को भी दी गई। रोहित के जिंदा मिलने पर परिवार के लोग भी खुश हैं।

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