Datia News : दतिया। राजस्थान में मौलवी बनकर पिछले 15 सालों से पुलिस को चकमा दे रहे फरार आरोपित को पुलिस ने आखिर पकड़ ही लिया। उक्त आरोपित लापरवाही से वाहन चलाकर सड़क दुर्घटना के एक मामले में फरार था। इसके विरुद्ध न्यायालय ने वारंट भी जारी किया था।
पुलिस की नजरों से बचने के लिए आरोपित ने मौलवी का चोला पहन लिया और राजस्थान के एक गांव में झाड़ फूंक करने लगे। पुलिस की आंखों में धूल झोंककर लंबे समय से मजे की जिंदगी गुजार रहा मौलवी को गत रविवार दतिया पुलिस टीम राजस्थान पकड़कर दतिया ले आई।
जानकारी के अनुसार गोराघाट थाना पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि 15 साल से फरार स्थाई वारंटी ताहिर पुत्र बशीर अहमद निवासी गुलपाड़ा जिला भरतपुर राजस्थान वहां मौलवी बन कर रह रहा है। मुखबिर की सूचना से वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया गया। जिसके बाद थाना प्रभारी कमल गोयल के नेतृत्व में गठित पुलिस टीम जिला भरतपुर के गुलपाड़ा रवाना की गई।
मौलवी को पकड़ने के लिए रचा ड्रामा : गोराघाट पुलिस टीम ने भी मौलवी को पकड़ने के लिए एक ड्रामा रचा। टीम के एक सदस्य को बाहरी प्रेत बाधाओं से ग्रस्त बताकर उसे झाड़ फूंक के लिए लाने की बात मौलवी के घर ग्राम गुलपाड़ा पहुंचकर उसके घरवालों से की। घरवालों को भी पुलिस को सादा कपड़ों में देख कोई शक नहीं हुआ।
उन्होंने मौलवी साहब के थोड़ी देर बाद आने की बात कही। जैसे ही मौलवी साहब अपने साथ झाड़ने वाला मोरपंख लेकर आए तो उसी समय पुलिस ने उन्हें धर दबोचा। उनका नाम पता पूछा तो उन्होंने अपना नाम ताहिर पिता बशीर अहमद निवासी ग्राम गुलपाड़ा जिला भरतपुर राजस्थान बताया।
पुलिस मौलवी को पकड़कर दतिया लेकर आई। जहां उसे न्यायालय दतिया में पेश किया गया। फरार स्थाई वारंटी आरोपित को न्यायालय दतिया ने जेल का रास्ता दिखाया।
इस कार्रवाई में कमल गोयल थाना प्रभारी गोराघाट, एएसआई बलवीर सिंह गुर्जर, प्रधान आरक्षक गजेंद्र भार्गव, राहुल चतुर्वेदी, महिला आरक्षक सपना रावत की भूमिका रही।