Gealior News : ग्वालियर । क्रिकेट का बल्ला हाथ में आते ही ज्योतिरादित्य सिंधिया अपनी पूरी लय में आ जाते हैं। उन्हें अपने पिता माधवराव सिंधिया की तरह की क्रिकेट का शौक है। ऐसे में जब भी उन्हें मौका मिलता है वह बल्लेबाजी में हाथ आजमाने से पीछे नहीं हटते। ऐसा ही नजारा हाल में ग्वालियर के रुपसिंह स्टेडियम में देखने को मिला।
ग्वालियर के रुपसिंह स्टेडियम में पहुंचे केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने वहां बल्ला हाथ में आते ही बल्लेबाजी में हाथ जमाए। उन्होंने क्रिकेट पिच पर पहुंचकर एक के बाद एक दो चौके जड़ दिए। बल्लेबाजी के बाद सिंधिया खुश होकर बोले मजा आ गया। बता दें कि कैप्टन रुपसिंह स्टेडियम में दिव्यांग क्रिकेट टूर्नामेंट चला रहा था।
यह टूर्नामेंट ज्योतिरादित्य सिंधिया के पिता माधवराव सिंधिया की स्मृति में खेला जा रहा था। वहां पहुंचकर सिंधियार ने भी क्रिकेट में अपने हाथ अजमाए। क्रिकेट का शौक रखने वाले केंद्रीय मंत्री सिंधिया जब भी बल्ला देखते हैं तो पिच पर उतरने में पीछे नहीं हटते।
ग्वालियर के अल्प प्रवास पर आए केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ग्वालियर के कैप्टन रूप सिंह स्टेडियम में दिव्यांग क्रिकेट टूर्नामेंट में शिरकत की। इस दौरान सिंधिया ने व्हीलचेयर पर बैठे हुए दिव्यांग क्रिकेट खिलाड़ियों से मिलकर उनसे बात की।
इसके बाद उनके साथ क्रिकेट भी खेला। क्रिकेट के मैदान पर उतरे सिंधिया ने खूब चौके भी जड़े। टूर्नामेंट के दौरान उन्होंने कहाकि दिव्यांग क्रिकेट खिलाड़ियों के प्रदर्शन को लेकर मैं बेहद खुश हूं और उनकी प्रशंसा करता हूं।
सिंधिया ने कहाकि खिलाड़ियों को बेहतर विकल्प उपलब्ध कराए जाएंगे और दिव्यांग खिलाड़ियों को हर तरह की सुविधाएं मिलें, इसकी तैयारी की जाएगी। उन्होंने खिलाड़ियों को भी भरोसा दिलाया कि उन्हें सभी सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी।
व्हीलचेयर नेशनल चैम्पियनशिप का हो रहा आयोजन : ग्वालियर में पाँच दिवसीय नेशनल व्हीलचेयर क्रिकेट चैम्पियनशिप के दौरान केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कैप्टन रूप सिंह स्टेडियम पहुंचकर दिव्यांग क्रिकेटरों का हौंसला बढ़ाया।
ग्वालियर में पहली बार नेशनल चैम्पियनशिप में देश भर की आठ व्हीलचेयर क्रिकेट टीमें भाग लेने पहुंची हैं। इस चैम्पियनशिप का शुभारंभ ज्योतिरादित्य सिंधिया के पुत्र महानआर्यमन सिंधिया ने किया था। व्हीलचेयर क्रिकेट चैम्पियनशिप में देश भर से एक सैकड़ा से अधिक खिलाड़ी भाग लेने आए थे।