Datia News : दतिया। अपनी पत्नी और बेटी को पार्षद का चुनाव लड़ने के लिए मैदान में उतारने वाले नेताजी खुद शोले फिल्म के वीरु बनकर सोमवार सुबह इंदरगढ़ िस्थत पानी की टंकी के ऊपर चढ़ गए और चिल्लाने लगे। जब लोगों ने नजरें उठाकर ऊपर देखा तो नेताजी लटक रहे थे। उनके कूदने की एक्टिंग देखकर लोग घबरा गए और तत्काल इस बारे में पुलिस को खबर दी गई।
मौके पर पुलिस और नायब तहसीलदार अमले के साथ वहां पहुंचे। उन्होंने नेताजी को टंकी से उतरने के लिए काफी समझाया लेकिन वह नहीं मांगे। उन्होंने एक पर्ची टंकी से नीचे फैंकी। जिसमें उनकी मांग लिखी थी। पर्ची में लिखा था कि बिजली कंपनी उनकी पत्नी और बेटी को नोड्यूज नहीं दे रही।
जिसके कारण वह दोनों अपना नामांकन नहीं भर पा रही। जब तक नोड्यूज नहीं मिल जाता वह नीचे नहीं उतरेंगे। फिर क्या था तत्काल मौके पर ही बिजली कंपनी के सुपरवाइजर को बुलाया गया। जिसने हाथों हाथ नोड्यूज तैयार कर दिया। जिसे देखकर नेताजी नीचे उतरे। सुबह 5 बजे से शुरू हुआ ड्रामा 8 बजे खत्म हो सका।
तीन घंटे टंकी पर चढ़कर मचाया हंगामा : इंदरगढ़ कस्बे के अंदर बस्ती वार्ड क्रमांक 2 में बनी पानी की टंकी पर दलित नेता महेश जाटव अलसुबह पांच बजे चढ़ गए। महेश जाटव को पानी की टंकी पर चढ़कर शोर शराबा करते देख सुबह वहां से निकल रहे लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। जिसके बाद मौके पर पुलिस व अधिकारी अपने वाहनों से वहां पहुंच गए। उन्होंने महेश को नीचे उतर आने की समझाइश दी।
लेकिन महेश नहीं माना। उसने ऊपर से एक पर्ची नीचे फैंकी। जिसमें उसकी मांग लिखी थी। पर्ची में लिखा था कि बिजली कंपनी उसे नोड्यूज नहीं दे रही। जबकि उसकी पत्नी और बेटी को पार्षद का चुनाव लड़ना है। महेश का कहना था कि जब तक उसे नोड्यूज नहीं मिल जाता, वह पानी की टंकी से नीचे नहीं उतरेगा।
हंगामा बढ़ता देख नायब तहसीलदार दीपक यादव एवं टीआई परमानंद शर्मा ने बिजली कंपनी के सुपरवाइजर नागार्जुन को मौके पर बुलाया। सुपरवाइजर ने वहीं महेश की पत्नी गीता एवं पुत्री रेशमा जाटव का नोड्यूज जारी किया। तब कहीं जाकर महेश जाटव पानी की टंकी से नीचे उतरा। यह पूरा ड्रामा करीब 3 घंटे तक चलता रहा।
पत्नी और बेटी नोड्यूज के लिए थी परेशान : पानी की टंकी से उतरकर आए महेश जाटव ने अधिकारियों को बताया कि कुछ राजनीतिक लोग उसके विरुद्ध षडयंत्र रच रहे हैं। उसका आरोप था कि बिजली कंपनी नोड्यूज देने में उसे परेशान कर रही थी। वह अपनी पत्नी गीता जाटव को वार्ड क्रमांक 7 एवं अपनी पुत्री रेशमा जाटव वार्ड 14 से पार्षद पद का चुनाव लड़ना चाहता है। लेकिन कई चक्कर काटने के बाद भी विद्युत विभाग से नोड्यूज नहीं मिलने से वह नाराज था। जिसके कारण उसे यह कदम उठाना पड़ा।
महेश जाटव के मुताबिक उसकी पत्नी के नाम कोई बकाया नहीं है। ऐसे में उसका बिल से कोई लेना देना नहीं है। वहीं उसकी पुत्री भी किराए के मकान में रहती है। इसलिए उसका भी कोई बिल बकाया नहीं है। इसके बावजूद भी बिजली कंपनी नोड्यूज देने में आनाकानी कर रही थी। वहीं मौके पर नोड्यूज बनाने आए सुपरवाइजर ने सफाई देते हुए बताया कि उन्होंने पुत्री का नोड्यूज बनाने से मना नहीं किया था, महेश जाटव पर बिल बकाया होने के कारण मना किया गया था।
टीआई बोले पर्ची से पता लगी समस्या : इंदरगढ़ टीआई परमानंद शर्मा ने बताया कि नोड्यूज नहीं मिलने से नाराज महेश सोमवार सुबह 5 बजे थाना क्षेत्र स्थित पानी की टंकी के ऊपर चढ़ गया था। यह देखकर वहां भीड़ जमा हो गई। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। महेश ने ऊपर से ही पर्ची फैंककर अपनी समस्या बताई। समस्या पता लगने पर अधिकारियों ने उन्हें आश्वासन देकर नीचे उतारा। महेश को समझाने में करीब तीन घंटे लग गए।